भुवनेश्वर/लखनऊ,
लॉकडाउन में चार्टर्ड प्लेन में घूलने वाले और करोड़ों रुपए की संपत्ति का पता लगने के बाद ओडिशा के भुवनेश्वर में आईएफएस अधिकारी अभय पाठक और उनको बेटे को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अभय पाठक की गिरफ्तारी से पहले ओडिशा में भ्रष्टाचार निरोधी दल ने देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी की थी।
जिसमें उनके अकूत संपत्ति होने का पता चला था। 1987 बैच के आईएफएस अधिकारी अभय पाठक ओडिशा के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (योजना, कार्यक्रम और वनीकरण) के रूप में पदस्थ था। पाठक को भुवनेश्वर में उनके आधिकारिक निवास सहित 13 स्थानों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया है।
जिन जगहों पर छापेमारी हुई उसमें उनका ऑफिस, उनका अपार्टमेंट, उनके भतीजे का अपार्टमेंट, ड्राइवर का घर, बिहार के खगड़िया में उनके पैतृक गांव, पुणे में लक्जरी अपार्टमेंट और फार्महाउस, पुणे के समता कॉलोनी में उनके बेटे के मैनेजर का आवास शामिल है। छापेमारी में उसके बेटे के नाम मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और टाटा हैरियर जैसी महंगी गाड़ियां पंजीकृत हैं तो कई लग्जरी बाइक भी पंजीकृत मिली हैं।
पाठक और उनके परिवार की संपत्ति और खर्च का प्रारंभिक अनुमान लगभग 20 करोड़ रुपए है। पिता-पुत्र को अदालत में पेश करने से पहले मेडिकल जांच की गई थी। दोनों ने अपने उपर लगे अकूत संपत्ति के आरोपों खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद करार दिया है। पाठक ने कहा कि मेरे बेटे को हर महीने 1 करोड़ रुपए सैलरी मिलती है। मेरे पास कोई गैर-कानून संपत्ति नहीं है, सब कुछ लीगल है।
छापेमारी के दौरान भ्रष्टाचार निरोधी दल को मुंबई के होटल ताज महल पैलेस में 90 लाख रुपये से अधिक के होटल बिल और राजस्थान के उदयपुर में ताज लेक पैलेस में 20 लाख रुपये की एडवांस बुकिंग के बारे में जानकारी मिली ।भिवनेध्वर