जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा है कि भूतपूर्व सैनिकों के समस्याओं का सभी अधिकारी पूरी संवेदनशीलता से निस्तारित करें। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित सैनिक बंधु की बैठक में उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के भूमि विवाद संबंधी मामलों के निस्तारण के लिए आपरेशन मीडिएटर के तहत राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम गठित कर मौके पर भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की प्रक्रिया संचालित है तथा आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए कोटे की दुकान का आवंटन आचार संहिता समाप्ति के बाद किया जाएगा। भूतपूर्व सैनिकों के नये असलहे के लाइसेंस के संबंध में गुण दोष के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। असलहा लाइसेंस स्थानांतरण के मामलों में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने सैनिक पुनर्वास कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के संबंध में केवल बैठक का इंतजार न किया करें। भूतपूर्व सैनिकों द्वारा बताई गई समस्याओं के बारे में पत्रावली पर निर्देश प्राप्त कर लिया करें। इनके मामलों को लंबे समय तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के मामलों के निस्तारण की कार्यवाही के संबंध में समय-समय पर इन्हें अवगत भी कराते रहें। उन्होंने कहा कि जो भूतपूर्व सैनिक मत्स्य पालन के लिए तालाब का पट्टा लेना चाहते हैं, वह निलामी प्रक्रिया में भाग लेकर पट्टा प्राप्त कर सकते हैं। शासन द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के लिए अलग से कोटा निर्धारित नहीं है।
भूतपूर्व सैनिकों की मांग पर विचार करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि संविदा के आधार पर डेंटिस्ट की तैनाती के बारे में विभागीय नियमों का अनुपालन करते हुए कार्यवाही की जा सकती है। इसके अलावा भूतपूर्व सैनिकों के समुचित इलाज के लिए बस्ती में हॉस्पिटल खोलने के लिए भी कार्रवाई की जा सकती है। वर्तमान समय में भूतपूर्व सैनिकों को अयोध्या, लखनऊ या गोरखपुर कमांड हॉस्पिटल जाना पड़ता है, जो कि बस्ती से दूर पड़ता है।
बैठक में जिलाधिकारी ने भूतपूर्व सैनिकों की व्यक्तिगत समस्याओं को भी सुना तथा उनके समुचित निस्तारण का विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है। बैठक में अपर उप जिलाधिकारी सुखबीर सिंह, सीओ सदर गिरीश सिंह, लीड बैंक मैनेजर अविनाश चंद्र, समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव, कैप्टन राज बहादुर सिंह, रंजीत सिंह, एसएस शुक्ला, डीएन वर्मा, प्रेम जी यादव, दुर्गेश कुमार, रघुवर प्रसाद, बीएन पांडे, परमजीत कौर, अरविंद शास्त्री, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी दीनानाथ सिंह उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की प्रक्रिया संचालित है तथा आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए कोटे की दुकान का आवंटन आचार संहिता समाप्ति के बाद किया जाएगा। भूतपूर्व सैनिकों के नये असलहे के लाइसेंस के संबंध में गुण दोष के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। असलहा लाइसेंस स्थानांतरण के मामलों में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने सैनिक पुनर्वास कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के संबंध में केवल बैठक का इंतजार न किया करें। भूतपूर्व सैनिकों द्वारा बताई गई समस्याओं के बारे में पत्रावली पर निर्देश प्राप्त कर लिया करें। इनके मामलों को लंबे समय तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के मामलों के निस्तारण की कार्यवाही के संबंध में समय-समय पर इन्हें अवगत भी कराते रहें। उन्होंने कहा कि जो भूतपूर्व सैनिक मत्स्य पालन के लिए तालाब का पट्टा लेना चाहते हैं, वह निलामी प्रक्रिया में भाग लेकर पट्टा प्राप्त कर सकते हैं। शासन द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के लिए अलग से कोटा निर्धारित नहीं है।
भूतपूर्व सैनिकों की मांग पर विचार करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि संविदा के आधार पर डेंटिस्ट की तैनाती के बारे में विभागीय नियमों का अनुपालन करते हुए कार्यवाही की जा सकती है। इसके अलावा भूतपूर्व सैनिकों के समुचित इलाज के लिए बस्ती में हॉस्पिटल खोलने के लिए भी कार्रवाई की जा सकती है। वर्तमान समय में भूतपूर्व सैनिकों को अयोध्या, लखनऊ या गोरखपुर कमांड हॉस्पिटल जाना पड़ता है, जो कि बस्ती से दूर पड़ता है।
बैठक में जिलाधिकारी ने भूतपूर्व सैनिकों की व्यक्तिगत समस्याओं को भी सुना तथा उनके समुचित निस्तारण का विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है। बैठक में अपर उप जिलाधिकारी सुखबीर सिंह, सीओ सदर गिरीश सिंह, लीड बैंक मैनेजर अविनाश चंद्र, समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव, कैप्टन राज बहादुर सिंह, रंजीत सिंह, एसएस शुक्ला, डीएन वर्मा, प्रेम जी यादव, दुर्गेश कुमार, रघुवर प्रसाद, बीएन पांडे, परमजीत कौर, अरविंद शास्त्री, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी दीनानाथ सिंह उपस्थित रहे।