मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
बलिया में एक युवक द्वारा अपनी धार्मिक पहचान छिपा कर नाबालिग लड़की को भगाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस आननफानन हरकत में आई और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पूर्व युवती के परिजनों ने सक्रियता दिखाते हुए लड़की को खुद बरामद तो कर लिया था लेकिन आरोपित इमरान मौके से फरार हो गया था। लड़की के पिता ने सुखपुरा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि मेरे पड़ोस के एक मकान में काम करने के लिए अल्पसंख्यक वर्ग का एक युवक इमरान पुत्र हिजामुद्दीन आया था।
वह वहां रंगाई-पोताई का काम करने लगा। इसी बीच किसी तरह मेरी लड़की का मोबाइल नंबर उसे मिल गया। जिसके बाद वह उससे फोन पर बातें करने लगा। आरोप लगाया कि उसने अपनी धार्मिक पहचान भी छिपा रखी थी। उन्होंने बताया कि 18 नवम्बर की शाम लड़की को शादी का झांसा देकर गुपचुप वह भगा ले गया। इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो लोगों ने गांव के लोगों के सहयोग से उसका पीछा किया और बलिया शहर के कुंवर सिंह चौराहे पर लड़की के साथ दिख गया। परिजनों के अनुसार संभवतः वह कहीं भागने की फिराक में था।
लोगों को देख कर वह लड़की को वहीं छोड़कर भाग गया। लड़की के पिता से तहरीर मिलने के साथ ही सुखपुरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर बलिया सिकंदर मार्ग पर करनई के समीप से आरोपित युवक को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में न्यायालय भेज दिया है।इस बारे में थानाध्यक्ष सुखपुरा वीरेंद्र कुमार यादव का कहना है कि यह मामला लव जिहाद का नहीं है। लड़की के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने लड़के को गिरफ्तार कर उसे न्यायालय भेज दिया। लड़का अल्पसंख्यक वर्ग का है यह सबको पता था, लड़की को भी पता था। लड़की का मेडिकल कराया जा रहा है, इसके बाद रिपोर्ट आने पर अन्य धाराएं जोड़ी जाएंगी।