सामाजिक फिल्मों के जरिये भोजपुरी सिनेमा के बदलाव का इतिहास लिख रहें हैं शुभम तिवारी

 


बस्ती/ भोजपुरी सिनेमा में सामाजिक फिल्मों के जरिये अपनी अलग पहचान बना चुके शुभम तिवारी के फिल्म जुग जुग जिया हो ललनवा का वर्ल्ड प्रीमियर बी4यू भोजपुरी पर किया गया, जिसको दर्शकों नें खूब सराहा. फिल्म की ओपनिंग जबरदस्त रही. इस फिल्म की कहानी को दर्शकों नें खूब पसंद किया  और शुभम तिवारी के अभिनय की जम कर सराहना भी की.

फिल्म देखने के बाद साहित्यकार धर्मेन्द्र पाण्डेय नें कहा की जुग जुग जिया हो ललनवा को देख कर यह लगा की भोजपुरी में अब साफ़-सुथरे विषयों पर अच्छी फिल्मों का निर्माण हो रहा है. उन्होंने कहा की शुभम तिवारी की सभी फ़िल्में वह खासा पसंद करते हैं क्यों की उनकी  सभी फ़िल्में सामाजिक मुद्दों पर आधारित होती हैं.


इस फिल्म देखनें के बाद गृहणी माधुरी नें कहा की उन्होंने सपरिवार जुग जुग जिया हो ललनवा को देखा. उन्होंने कहा की यह फिल्म संबंधों की नई परिभाषा लिख रही है. उन्होंने कहा की इस फिल्म में एक बाप-बेटे के संबधों को बड़े ही अच्छे से प्रदर्शित किया गया है.

शनिवार और रविवार को बी4यू भोजपुरी प्रदर्शित की गई इस फिल्म की कहानी प्यार और समर्पण पर आधारित है. फिल्म में शुभम तिवारी नें गाँव के बेहद ही सीधे साधे इंसान का रोल निभाया है. इस फिल्म में उन्होंने श्मशान में मिले एक लावरिश बच्चे के पालन पोषण को लेकर अपने प्यार को भी ठुकरा दिया. इसके बावजूद भी अभिनेत्री कनक पाण्डेय शुभम के प्यार को पाने के इंतज़ार में शादी नहीं करती हैं. बाद में इन दोनों के मिलन को खुबसूरत तरीके सफल होते हुए दिखाया गया है. इस फिल्म में उन्होंने आपसी संबंधों की नई परिभाषा गढ़ते हुए यह साबित कर दिया है की भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में वह सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों में अभिनय के जरिये अपनी अलग ही पहचान बना चुके हैं.

फिल्म में कनक पाण्डेय का अभिनय भी अच्छा रहा है वह फिल्म में बेहद खुबसूरत नजर आ रहीं हैं. वहीँ छोटी भूमिका में ही देव सिंह नें निगेटिव रोल से निकल कर बहुत ही पॉजिटिव रोल में बहुत अच्छा प्रभाव छोड़ा है. इसके अलावा अनूप अरोड़ा और विनोद मिश्रा का अभिनय भी काबिले तारीफ रहा है. फिल्म में पुष्प वर्मा, रोहित सिंह मटरू, केके गोस्वामी, शालू सिंह, नीलम सिंह और धीरज मिश्र नें भी कमाल का अभिनय किया है.

बी4यू मोशन पिक्चर के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्देशक राकेश सिन्हा हैं जबकि निर्माता संदीप  सिंहराजेश एस. मिश्रा हैं. फिल्म का संगीत और गीत विनय बिहारी का है जबकि स्वर आलोक  कुमारममता  रावतविनय  बिहारीपप्पू  मिश्रा  उज्वल  नें दिया है. फिल्म की कथापटकथा व संवाद  लिखा है राकेश त्रिपाठी नें जबकि छायांकन साहील जे. अंसारी नें किया है.

इस फिल्म में कोरियोग्राफर की जिम्मेदारी  संतोष  सर्वदर्शीमयंक  श्रीवास्तवअरुण  राज नें निभाई है और संकलन गुल मोहमद अंसारी का है फिल्म में मारधाड़ दिलीप यादव का है जबकि कला विनय दास का है.

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