किसानों पर जुल्म से भडकी भाकियू, धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

 


बस्ती ,उत्तरप्रदेश,27 नवम्बर

 हक मांग रहे किसानों पर हो रहे जुल्म, अत्याचार, आंसू गैस के गोले, पानी की बौछार किये जाने के विरोध में राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर भारतीय किसान पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं किसान सभा के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को  कारगिल स्तम्भ लखनऊ- गोरखपुर मार्ग एनएच पर धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को सम्बोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिलाधिकारी को सौंपा। मांग किया कि किसान विरोधी तीनों विधिक कानूनों को वापस लिया जाय।
धरने को भाकियू जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी, दीवान चन्द पटेल, शोभाराम ठाकुर, रामनवल किसान, डा. आर.पी. चौधरी, का. अशर्फीलाल, का. के.के. तिवारी आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों से संवाद बनाने की जगह कार्पोरेट के गोद में खेल रही है। कहा कि भाजपा किसानों की आय दो गुनी करने की बात करती है किन्तु चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का अरबो रूपया बकाया है, नये सत्र में गन्ना मूल्य में कोई बढोत्तरी नहीं की गई। जब तक समस्याओं का हल नहीं होता किसान आन्दोलन चरणबद्ध ढंग से जारी रहेगा।
राष्ट्रपति को भेजे 7 सूत्रीय ज्ञापन में किसान विरोधी तीनों विधिक कानूनों को वापस लिये जाने, किसानों के फसल की खरीद के लिये स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर सी-2 फार्मूले के अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किये जाने, किसानों के फसल की सीधी खरीद सुनिश्चित करते हुये एम.एस.पी. से कम दाम पर खरीद को संज्ञेय अपराध घोषित किये जाने, किसानों के बिजली समेत सभी प्रकार के कर्जो को माफ किये जाने, कृषि के काम आने वाले सभी वस्तुओं को जीएसटी से मुक्त कराये जाने, धान के फसल को हल्दिया (कुण्ठा) रोग को प्राकृतिक आपदा मानते हुये क्षतिपूर्ति दिये जाने, गन्ना मूल्य के बकाये का व्याज सहित भुगतान कर पेराई सत्र में गन्ना मूल्य 450 कुन्तल किये जाने आदि की मांग शामिल है।
धरने में परमात्मा प्रसाद चौधरी, हृदयराम वर्मा, शिवमूरत, रामचन्दर सिंह, पारसनाथ गुप्ता, अविनाश श्रीवास्तव, राम मनोहर चौधरी, हरि प्रसाद, रामकृष्ण, गौरीशंकर, राजेन्द्र प्रसाद, फूलचन्द, राम सूरत, दीनानाथ, गंगाराम सोनकर, नवनीत यादव, वंदना चौध

री के साथ ही अनेक लोग शामिल रहे।

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