बस्ती, 22 नवम्बर 2020,उत्तरप्रदेश
आम आदमी पार्टी की मासिक बैठक मालवीय रोड पर हुई। अध्यक्षता करते हुये जिलाध्यक्ष रामयज्ञ निषाद ने पंचायत चुनाव, सांगठनिक विस्तार और ज्वलन्त मुद्दों पर प्रस्तावित कार्यक्रमों पर पार्टी नेतृत्व की मंशा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने कहा आगामी जिला पंचायत चुनाव में पार्टी हर स्तर पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगी। इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है।
सांगठनिक विस्तार के साथ साथ बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की दिशा में कार्य तेज किये गये हैं। उन्होने सर्वसम्मति से जनकराज को कोषाध्यक्ष नामित किया साथ ही अमन श्रीवास्तव, शिवप्रसाद चौघरी उर्फ गट्टू को टोपर पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई गयी। बैठक में 24 नवम्बर को प्रदेश नेतृत्व के निर्देश में महिलाओं संग हो रही तोबड़तोड़ दुराचार की घटनाओं, लूट, हत्या, जमीनों पर अवैध कब्जे, बिजली के स्मार्ट मीटरों के जरिय की जा रही धांधली के विरोध में स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की रणनीति बनी।
पूर्व लोकसभा प्रत्याशी एवं वरिष्ठ ‘आप’ नेता आनंद राजपाल ने अपराध, बेराजगारी और महंगाई के मुद्दे पर प्रदेश सरकार फेल साबित हुई है। पराली का प्रबंधन सीखने की बजाय सरकार किसानों को अपराधी बनाने पर तुली है। ऐसे में जनता को जागरूक होकर अपने अधिकारों के लिये लड़ना होगा। बैठक में अशोक श्रीवास्तव, चन्द्रभान कनौजिया, अरूण प्रकाश, केपी भारती, अमानुल्लाह इराकी, मो. असीम खां, राजबहादुर निषाद, बबलू चौबे आदि मौजूद रहे।
सांगठनिक विस्तार के साथ साथ बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की दिशा में कार्य तेज किये गये हैं। उन्होने सर्वसम्मति से जनकराज को कोषाध्यक्ष नामित किया साथ ही अमन श्रीवास्तव, शिवप्रसाद चौघरी उर्फ गट्टू को टोपर पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई गयी। बैठक में 24 नवम्बर को प्रदेश नेतृत्व के निर्देश में महिलाओं संग हो रही तोबड़तोड़ दुराचार की घटनाओं, लूट, हत्या, जमीनों पर अवैध कब्जे, बिजली के स्मार्ट मीटरों के जरिय की जा रही धांधली के विरोध में स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की रणनीति बनी।
पूर्व लोकसभा प्रत्याशी एवं वरिष्ठ ‘आप’ नेता आनंद राजपाल ने अपराध, बेराजगारी और महंगाई के मुद्दे पर प्रदेश सरकार फेल साबित हुई है। पराली का प्रबंधन सीखने की बजाय सरकार किसानों को अपराधी बनाने पर तुली है। ऐसे में जनता को जागरूक होकर अपने अधिकारों के लिये लड़ना होगा। बैठक में अशोक श्रीवास्तव, चन्द्रभान कनौजिया, अरूण प्रकाश, केपी भारती, अमानुल्लाह इराकी, मो. असीम खां, राजबहादुर निषाद, बबलू चौबे आदि मौजूद रहे।