मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
यूपी के कानपुर में हुए विकास दुबे केस मामले में एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद अब कार्रवाई हो चुकी हैं। आईपीएस अनंत देव सस्पेंड करने के बाद एसआईटी जांच में एक एएसपी, दो सीओ समेत 40 पुलिसकर्मियों को दोषी माना गया है। इन पर कार्रवाई तय हो गई है। इनमें तीन पीपीएस अधिकारी और 19 थानेदार हैं। बाकी 18 दरोगा और सिपाही हैं। यह सभी कभी न कभी चौबेपुर क्षेत्र में तैनात रहे हैं।
एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद एडीजी ने डीआईजी को सभी के खिलाफ जांच का निर्देश दिया है। डीआईजी ने जांच शुरू करा दी है। अब इन सभी को नोटिस दी जाएगी। एसआईटी की जांच रिपोर्ट एडीजी जोन जय नारायण सिंह के पास पहुंची है। इसमें शामिल पीपीएस अफसरों में पूर्व एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह, पूर्व सीओ कैंट आरके चतुर्वेदी और वर्तमान सीओ एलआईयू सूक्ष्म प्रकाश का नाम है। इन तीनों को शासन के आदेश पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इनके अलावा 37 पुलिसकर्मियों पर आईजी और डीआईजी कार्रवाई करेंगे। एडीजी जय नारायण सिंह ने बताया कि शासन की तरफ से पूर्व एसपी ग्रामीण, पूर्व सीओ कैंट और वर्तमान सीओ एलआईयू को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जा चुकी है।
अब इन तीनों को डीआईजी की तरफ से नोटिस दी जाएगी। डीआईजी डा. प्रीतिन्दर सिंह ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर जो आरोप लगे हैं, उसी के आधार पर उन्हें नोटिस दी जाएगी। सभी को नोटिस का जवाब देना होगा। राजपत्रित अधिकारी जो जवाब देंगे, उसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी।
वहीं बाकी पुलिस अफसरों के जवाब के आधार पर यहीं कार्रवाई होगी। पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी (जेल में), बजरिया एसओ राममूर्ति यादव, पूर्व बजरिया इंस्पेक्टर मोहम्मद इब्राहिम, एसके वर्मा, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, राधे श्याम यादव, संजय सिंह, सतीश चंद्र, राकेश कुमार, लालमणि सिंह, बृजकिशोर मिश्र, मुकेश कुमार, पूर्व शिवली थानेदार राकेश कुमार श्रीवास्तव, पूर्व रूरा थानेदार धर्मवीर सिंह, पूर्व नजीराबाद थानेदार जितेंद्र पाल, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, तत्कालीन थाना प्रभारी शिवली दीवान गिरि व सूबेदार सिंह, लखनऊ कृष्णा नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय को नोटिस दी जायेगी।