मंडी व्यवस्था समाप्त करने वाले किसान हितैषी नहीं.!

बस्तीः


कृषि क्षेत्र के लिये केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लाये गये कानून को वापस लिये जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकदल ने पार्टी के युवा महासिचव राजा ऐश्वर्यराज सिंह के नेतृत्व में रूधौली तहसील मुख्यालय पर ट्रैक्टर शांति मार्च निकाला। विधानसभा क्षेत्र में स्थित रूधौली नवीन सब्जी मंडी में क्षेत्रीय किसान करीब 150 ट्रैक्टरों के साथ इकट्ठा हुये। यहां से सरकार व किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करते हुये किसानों का शांति मार्च तहसील परिसर पहुंचा।


 


यहां राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर कृषि क्षेत्र में लाया गया काला कानून वापस लिये जाने की मांग की गयी। रालोद नेता ऐश्वर्यराज सिंह ने कहा चाहे वह कांट्रैक्ट फार्मिंग हो या जमाखोरी को लेकर किया गया संशोधन हो, या फिर मंडी व्यवस्था को खत्म करने की बात हो ये तीनों बिल किसानों के हितों में नहीं है। कहीं न कहीं इन कानूनों से निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा और किसान अपनी ही जमीनों पर बंधुआ मजदूर बन जायेगा। किसानों और विपक्ष को बगैर विश्वास मे लिये लाया गया विधेयक संख्या बल न होने के बावजूद सदन में पास करा लिया गया। लेकिन देश का किसान और राष्ट्रीय लोकदल इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगा। सकारात्मक निर्णय आने तक संघर्ष जारी रहेगा।


 


रालोद नेता ने कहा इन कानूनों में एमएसपी की चर्चा तक नही है। महज कृषि क्षेत्र बचा था जहां कारपोरेट सेक्टर की दखल नही थी लेकिन सरकार द्वारा लाया गया कानून कारपोरेट सेक्टर को मजबूत करते हुये किसानों को कमजोर करेगा और उनके शोषण के सारे रास्ते खुल जायेंगे। रालोद नेता ने कहा कृषि क्षेत्र में लाया गया यह कानून अडानी, अंबानी जैसे धन्नासेठों के हित में है न कि किसानों के हित में। ट्रैक्टर शांति मार्च में गंगा सिंह सैंथवार, रालोद अध्यक्ष राधेश्याम चौधरी, शिवकुमार गौतम, फजलुर्रहमान, राय अंकुरम श्रीवास्तव सहित क्षेत्र के सैकड़ों किसान शामिल हुये।


 


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