गोरखपुर ,उत्तरप्रदेश
मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने आयुक्त सभागर में जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पांडियन, मुख्य विकास अधिकारी इन्द्रजीत सिंह, ज्वाइंट मजिस्टेªट सदर, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व, अपर निदेशक स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कालेज एवं विभिन्न कार्यो के लिये नामित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियो एवं अन्य अधिकारियो के साथ बैठक करते हुये निर्देश दिया कि प्रति दिन 6000 सैम्पलिंग कराना सुनिश्चित कराया जाये तथा 24 घण्टे कोरोना जांच हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला में चिन्हित स्थान पर कैम्प 15 अक्टूबर से संचालित कराया जाये जिससे कि जिला अस्पताल में आने वाले मरीजो की कोरोना जांच 24 घण्टे हो सकें। उन्होंने उपलब्ध एम.एम.यू. का सैम्पलिंग कार्य में सही प्रकार उपयोग सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट को बस स्टेशन/रेलवे स्टेशन पर तैनात कर कोरोना जांच सुनिश्चित किया जाये।
उन्हांेने ब्लाकवार पाजिटिविटी दर की समीक्षा करते हुये निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच के साथ साथ मरीजो के ब्लड आदि की जांच अनिवार्य रूप किया जाये। होम आइसुलेसन एवं आर.आर.टी. विजिट की समीक्षा के दौरान उन्हांेने निर्देश दिया कि होम आइसुलेसन में रह रहे समस्त संक्रमित व्यक्तियों के यहाॅं आर.आर.टी. टीम का भ्रमण सुनिश्चित कराते हुए सिम्पोमेटिक/को मारबिड व्यक्तियों को कोविड फेसिल्टी मे शिफ्ट कराया जायं फेसिल्टी पर शिफ्ट होने से मना करने वाले व्यक्तियों की सूची एस.डी.एम. को देते हुए उन्हंे कोविड फेसिलिटी मे शिफ्ट कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
डोर टू डोर सर्वे अभियान की समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने आई.एल.आई./सारी./सिम्पोमेटिक/को-मारबिड के ज्यादा से ज्यादा लोगो को चिन्हीकरण एवं समस्त चिन्हित व्यक्तियों की सैम्पलिंग कराये जाने का निर्देश दिया।
इससे पूर्व मण्डलायुक्त ने कोरोना संक्रमण से स्वस्थ्य होकर अपने कार्य पर वापस लौटे जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन का स्वागत किया और कहा कि जिलाधिकारी के वापस आने पर जिले की टीम को और ताकत मिलेगी जिससे कोरोना की लड़ाई को और मजबूती से लड़ा जायेगा तथा मृत्यु दर को शून्य करने का प्रयास किया जायेगा।