मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्मभूमि गोरखपुर में अपराधी कानून की धज्जियां उड़ाने का कोई अवसर छोड़ते नहीं दिख रहे हैं ताजा मामला जिले के सहजनवा क्षेत्र के टिकरिया गांव की है। जहां मंगलवार की देर रात नकाबपोश बाइक सवार बदमाशों ने प्रधान के घर पर चढ़कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली चलने की आवाज सुनकर गांव में दहशत फैल गई। ग्रामीण जब तक मौके पर पहुंचते बदमाश फरार हो गए। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कारतूस का खोखा बरामद किया।
प्रधान की पत्नी ने पुलिस को तहरीर देकर भूमि विवाद में गोली चलाने का आरोप लगाया है। टिकरिया गांव में प्रधान अखिलेश सिंह खलीलाबाद क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में वर्ष 2016 से जेल में बंद हैं। मंगलवार की रात तकरीबन 11 बजे बाइक सवार तीन-चार नकाबपोश बदमाश उनके घर पहुंचे। पहले वह चाहरदीवारी का गेट खोलने की कोशिश किए लेकिन गेट नहीं खोलने पर उनके घर पर ईंट-पत्थर और गोली चलाने लगे। ताबड़तोड़ गोली चलने की आवाज सुनकर गांव में दहशत फैल गई।
ग्रामीण मौके पर पहुंचते तब तक बदमाश फरार हो चुके थे। घटना की सूचना पर रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीन कारतूस का खोखा बरामद की। मौके पर ईंट-पत्थर भी बिखरे पड़े हुए थे। प्रधान की पत्नी रंजना सिंह ने थाने पर तहरीर देकर बताया कि उनके पति का एक बेशकीमती भूमि को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा है। उस मामले में पीछे हटने का दबाव बनाने के लिए उनके घर पर फायरिंग कराई गई है। उन्होंने तीन लोगों के खिलाफ पुलिस को नामजद तहरीर दी है।
सहजनवा थानेदार देवेन्द्र लाल ने बताया कि घटना की तहरीर मिल गई है। मामले की जांच कराई जा रही है।टिकरिया गांव के प्रधान अखिलेश सिंह प्रापर्टी डीलिंग का भी काम करते हैं।वह संतकबीरनगर जिले में प्रापर्टी के काम से जुड़े हुए है।वर्ष 2015 में खलीलाबाद के बरदहिया बाजार में हुई एक हत्या के मामले में वह आरोपित हैं। 10 अक्टूबर 2016 से ही वह जेल में बंद हैं।