मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई अनुसूचित जनजाति की छात्रा नौ घंटे बाद गंभीर हालत में रिक्शे से घर लौटी तो परिवार में हाहाकार मच गया। इलाज के लिए तुलसीपुर सीएचसी ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। मां का आरोप है कि बेटी को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जहर देकर घर भेजा गया। पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
घटना गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र से सटे गांव में मंगलवार देर शाम हुई है। देर रात इस मामले में दो लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।मां ने बताया कि उसकी 22 वर्षीय पुत्री मंगलवार सुबह दस बजे बिमला विक्रम कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई थी। घर वापसी में देर होने पर कई बार फोन मिलाया, लेकिन बात नहीं हो सकी। रात करीब पौने आठ बजे बेटी विक्षिप्त हालत में घर पहुंची।
उसे एक रिक्शे वाला घर तक छोड़ गया था। छात्रा ने अपनी मां से पेट दर्द होने की बात बताई। कह रही थी कि उसके पेट में तेज जलन हो रही है। वह अधिक बात करने की स्थिति में नहीं थी। उसके हाथ में वीगो लगा था। ऐसा लग रहा था कि वह कहीं से इलाज करवा के आई हो। इसके बाद उसे एक प्राइवेट डॉक्टर के पास ले जाया गया। हालत गंभीर देखकर चिकित्सक ने छात्रा को तुलसीपुर सीएचसी ले जाने की सलाह दी। वहां ले जाते समय रास्ते में ही छात्रा की मौत हो गई। मां का आरोप है कि उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है।
उसे अगवाकर कई लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। पोल खुलने के डर से छात्रा को जहर देकर रिक्शे से घर भेज दिया गया। प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार ने बताया कि तीन लोगों को कोतवाली लाकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सही बात का पता चल सकेगा। छात्रा के भाई ने कोतवाली में तहरीर दी है। गैसड़ी में प्राइवेट क्लीनिक चला रहे डा. जियाउर्रहमान ने मीडिया कर्मियों को बताया कि गैसड़ी बाजार निवासी एक किशोर मंगलवार शाम पांच बजे उन्हें बुलाने आया था। उसने बताया था कि उसके घर किसी की तबियत खराब है। डा. जियाउर्रहमान उसके घर गए। वहां देखा कि एक युवक दुकान पर बैठा है।
घर में एक लड़की सोफे पर पड़ी कराह रही थी। चिकित्सक ने देखा कि बुलाने गए किशोर और उस युवक को छोड़कर घर में कोई नहीं था। दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि लड़की उनके परिवार की नहीं है। डा. जियाउर्रहमान बिना इलाज किए लौट आए। उन्होंने मोहल्ला वासियों से भी इस बात की चर्चा की। डा. जियाउर्रहमान के अनुसार युवक ने बताया था कि ग्राम पंचायत में तैनात एक सेक्रेटरी की लड़की है। मांगने पर उसका फोन नंबर भी नहीं दिया। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अंधेरा होने पर उस लड़की को घर के पीछे से रिक्शे पर लादा गया था। लड़की का चप्पल नाली किनारे गिर गया था। बाद में क्या हुआ इसकी जानकारी मोहल्लावासियों को नहीं है। मोहल्ला वासियों का कहना है कि छात्रा को जिस रिक्शे से घर लाया गया था। वह उक्त दुकान के पास खड़ा है। रिक्शे की सीट पर खून के धब्बे हैं। कुछ रुई के टुकड़े भी पड़े हैं।
चालक फरार है। घर से थोड़ी दूरी पर एक एनजीओ का कार्यालय है। छात्रा पिछले एक साल से वहां किसान मित्र के रूप में काम कर रही है। संस्था गांव में किसानों को जागरूक करने का काम कर रही है। छात्रा को तीन हजार रुपए मानदेय मिलता था। संचालक ने बताया कि छात्रा मंगलवार को संस्था में नहीं आई थी। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि छात्रा के भाई की तहरीर पर शाहिद व साहिल पर दुष्कर्म कर मार डालने का मुकदमा दर्ज हुआ है।