आज पुतला रावण का नही 370,35ए एलायंस का दहन करिये !

 


नई दिल्ली


कहने को तो कश्मीर में सब सामान्य चल रहा है पर अंदर सब आज भी असामान्य है।मुफ्त की यात्रा,मुफ्त का कहना,मुफ्त का राशन यह सब सिद्ध करता है कि अब्दल्लो,मुक्तियो,जिलानियो औऱ मिरवेजो को आप दिल्ली का तख्त औऱ ताज भी देकर सन्तुष्ट नही कर सकते।वस्तुतः अभी मुहावरा था शेर के मुह खून लग गया है पर अब इसका उल्टा है खून गिड़न को  लग गया है वह भी मुफ्त का।खायेंगे भारत का गयेदे पाकिस्तान का।इनका डीएनए भी भारत विरोधी और पाकिस्तान परस्त है।कुत्ते की पूछ जितना सीधा होना असम्भव है उतना ही शेख अब्दुल्लओ का देश भक्त होना।उनका चरित्र है भारत का विरोध करो औऱ मलाई खाओ,पर तब औऱ अब में बड़ा भारी अंतर होगया है।तब कांग्रेसियों का शाशन था अब राष्ट्रवादी सरकार है।इसका सीधा फंडा है किसी को छेड़े गए नही औऱ किसी को छोड़े गए भी नही।कश्मीर  के 370 प्रभृति समस्याएं आजके अब्दुल्लओ को पोषित करने हेतु बनी थी।जब बाढ़ आती है तब सभी विरोधी जीव जान बचाने को एकही डाली पर आ बैठते है,वही हाल अलगाववादियों व अब्दुल्लओ की है।जब जान पर आन पड़ी तब एलायंस बन रहा है,वह उपराज्यपाल का शासन है।


उसको अस्वीकारना ही एलायंस का काम है पर मोदी और मनोज के रहते वहाँ कोई एलायंस सफल नही होगा,सरकार को चाहिए अब्दुल्लओ सहित 370,35 ए आदि विरोधियों को राष्ट्रद्रोह में गिरफ्तार करे,।इन्ही के बाप दादाओ ने मुखर्जी की जान लेली थी अब उत्तर का समय आज्ञा है,सरकार यह भी पता लगाएं ए राष्ट्रद्रोही कही वैश्विक इस्लामिक अस्थिरता से वित्त पोषित तो नही होरहै ?


ए रावण के उत्तराधिकारी है आज इन्ही देश द्रोहियो का पुतला दहन होना चाहिए।रावण अहंकारी जरूर था पर अब्दुल्लओ,मुफ्तियों,मिरवाइजो से कही अधिक चरित्रवान था ,आज दशहरा है आज 370,35 ए समर्थकों का पुतला दहन होना चाहिए।


जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आवास पर शनिवार को गुपकर डिक्लरेशन के लिए पीपल्स अलायंस की बैठक हुई, जिसमें नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला को पीपल्स अलायंस का अध्यक्ष चुना गया तो महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी। बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि संगठन का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका हक वापस दिलाना है।


फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”यह राष्ट्रद्रोही जमात नहीं है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका अधिकार वापस मिले। धर्म के नाम पर हमें बांटने की कोशिश विफल होगी। यह धार्मिक लड़ाई नहीं है।” जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने और राज्य के पुनर्गठन के विरोध में बने इस संगठन के नेता गठबंधन की घोषणा के बाद पहली बार महबूबा मुफ्ती के घर पर मिले और उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुराने झंडे को अपना सिंबल बनाया।


सज्जाद लोन ने बैठक में हुए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, ”फारूक अब्दुल्ला को पीपल्स अलायंस के अध्यक्ष होंगे और महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी।” सीपीएम नेता मोहम्मद युसूफ तारीगामी को अलायंस का संयोजक बनाया गया है तो पीपल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन को प्रवक्ता बनाया गया है।


लोन ने कहा कि गठबंधन एक महीने के भीतर जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर श्वेत पत्र जारी करेगा। उन्होंने कहा कि श्वेत पत्र बयानबाजी नहीं होगी। यह तथ्यों और आकंड़ों पर आधारित होगा, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों की सच्चाई देश के सामने रखेगा। ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि सारा भ्रष्टाचार केवल जम्मू-कश्मीर में ही हुआ। अलायंस ने पखवाड़े बाद अगली बैठक जम्मू में आयोजित करने का करने का फैसला किया।


इस एलायंस को राष्ट्रद्रोहियों का सँगठित गिरोह कहना युक्तियुक्त होगा।मोदी जी सर्प को दूध नही उसके विषयुक्त फन पर प्रहार करिये।माँ आदिशक्ति आपके साथ है आज ही महिषासुर का वध,आज ही रावण का वध औऱ आज ही अलगाववादियों पर सन्धान करें।परमात्म आपके साथ है।अगर एलायंस का फन नही कुचला गया तो ये नान तक्षक से भी विषधर हो समाज में नए प्रकार के कैंसर को जन्म देगे,तब विलम्ब होचुका होगा।


संकल्प लीजिए


सिद्धि अवश्य मिलेगी।।


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