बस्ती 14 अक्तूबर, उत्तरप्रदेश
वित्तीय वर्ष 2020-21 में 339 किलोमीटर नहरो की सफाई की जाएगी। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में जिला स्तरीय समिति द्वारा इस आशय का निर्णय लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि नहर सफाई के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती जाए। जनप्रतिनिधियों, सांसद एवं विधायकों को नहर के सिल्ट सफाई की समय से जानकारी दी जाए तथा मौके पर ले जाकर उनसे निरीक्षण भी कराया जाए।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समिति की बैठक में उन्होंने अवगत कराया कि प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ० महेंद्र सिंह ने सभी सांसद एवं विधायक को पत्र लिखकर पिछले वर्ष हुए नहरों की सिल्ट सफाई कार्य की प्रशंसा किया है। उन्होंने कहा है कि सिल्ट सफाई के दौरान जनप्रतिनिधियों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ है। जिसके कारण नहर की समुचित सफाई हो पाई है। इस वर्ष भी उन्होंने अपेक्षा किया है कि जनप्रतिनिधिगण अपने क्षेत्र में नहरो की सफाई में सक्रिय रुप से सहयोग प्रदान करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा है नालों की सफाई के दौरान मशीन का उपयोग नहीं किया जाएगा। जिन नहरों में पानी भरा है उनकी सफाई बाद में कराई जाएगी। सिल्ट सफाई कार्य की ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की जाएगी।
अधिशासी अभियंता सरयू नहर खंड-4 राकेश कुमार गौतम ने बताया कि नहरों की सफाई 01 नवम्बर से शुरु की जायेगी। उन्होने बताया कि 292 किलोमीटर नहरों के सिल्ट सफाई सिंचाई विभाग द्वारा कराई जाएगी। इसके अलावा 47 किलोमीटर नालों की सफाई मनरेगा के अंतर्गत कराई जाएगी। मनरेगा के अंतर्गत सफाई कार्य में मशीन का प्रयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुल 77 नहरों की सफाई कराने का लक्ष्य है। इसमें सरयू नहर खंड-4 बस्ती में, रुधौली में 63 नहर जिसकी लंबाई 217 किलोमीटर है, सफाई कराई जाएगी। इसके साथ बस्ती में 15 किलोमीटर की 04 नहरों, महादेवा में 34 किलोमीटर की 07 नहर की सफाई कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सरयू नहर खंड-3 गोंडा द्वारा कप्तानगंज में 22 किलोमीटर की दो नहरों तथा हरैया में 02 किलोमीटर की एक नहर की सफाई की जाएगी।
बैठक में सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका, उपायुक्त मनरेगा इंद्रपाल सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल सिंह, तहसीलदार रुधौली विनोद सिंह उपस्थित रहे।