बस्ती, उत्तर प्रदेश
दस्तक पखवाड़ा अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम ने जिले के 3.16 लाख घरों का भ्रमण किया है। इन लोगों ने भ्रमण के दौरान परिवार के लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी दी। अभियान के दौरान 2443 गांवों में बैठक कर विशेष रूप से संचारी रोग व इंसेफेलाइटिस (एईएस/जेई) के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा उनसे बचाव के तरीके भी बताए। अभियान 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
जिला मलेरिया अधिकारी आईए अंसारी ने बताया कि पहली अक्टूबर से संचारी रोग नियंत्रण माह के साथ ही दस्तक पखवाड़ा अभियान भी चलाया जा रहा है। दस्तक अभियान 15 तक तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान पूरे माह चलेगा। अभियान के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आशा घर-घर जाकर घर में कूलर, पुराने बर्तन व टॉयर आदि में जमा पानी को फेंकने, शुद्ध जल का पीने के लिए इस्तेमाल करने की जानकारी दे रही हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि पानी में क्लोरीन मिलाकर ही इस्तेमाल करें। इंडिया मार्का हैंडपंप का ही पानी पिए या पानी को उबाल कर ही पीने में इस्तेमाल करें। इसका 2430 स्थानों पर डेमो भी किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि इस बार का यह पखवाड़ा इस रूप में विशेष है कि इसमें अन्य बीमारियों के साथ कोरोना को भी शामिल किया गया है। आशा लोगों को हाथ धुलने, घर से बाहर जाने पर मॉस्क का प्रयोग करने, शारीरिक दूरी का पालन करने आदि के बारे में बता रही हैं। आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) तथा सारी (सीवीयर एक्यूट रिस्पॉयरेटरी इंफेक्शन) के मरीजों को चिन्ह्ति कर रही हैं। अब तक खांसी के 334, सांस फूलने की समस्या वाले 110 तथा बुखार वाले 506 मामले चिन्ह्ति किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 331 की कोरोना की जांच भी कराई जा चुकी है। बताया कि खांसी व सांस फूलने की समस्या वाले मरीजों की कोरोना जांच पर विभाग का विशेष जोर रहता है।
901 गांव में आयोजित हुआ वीएचएनडी सत्र
संचारी रोग माह व दस्तक पखवाड़े के तहत अब तक 901 गांवों में वीएचएनडी (विलेज एंड हेल्थ न्यूट्रीशन डे) सत्र का आयोजन किया जा चुका है। इसमें बच्चों का टीकाकरण के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा पोषाहार आदि का वितरण किया जाता है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा गर्भवती व प्रसूताओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी दी जाती है।