श्रीराम जानकी मार्ग पर बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण का मामला गरमाया
सपा नेता सिद्धार्थ ने किया मण्डलायुक्त से हस्तक्षेप की मांग, सौंपा ज्ञापन
बस्ती
। श्रीराम जानकी मार्ग एनएच-227 ए पर बिना किसानों की भूमि का मुआवजा दिये जबरिया सड़क निर्माण करा लेने का मामला गरमाता जा रहा है। किसानों की गिरफ्तारी को लेकर भी आक्रोश बढ रहा है। यदि बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण न रूका, जिलाधिकारी के आदेश का पालन न हुआ तो स्थितियां विस्फोटक हो सकती है। फिलहाल उच्चाधिकारी किसानों के प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता तक नहीं कर रहे हैं ऐसे में किसानों का कहना है कि दुबौलिया क्षेत्र में मुण्डेरवा काण्ड जैसे इतिहास की पुनरावृत्ति हो सकती है। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने के बाद शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह के नेतृत्व में किसानों ने मण्डलायुक्त को ज्ञापन भेजकर मुआवजा दिलाने, एनएच-227 ए के प्रोजेक्ट मैनेजर के विरूद्ध किसानों की आराजी भूमि पर जबरन कब्जा करने का मुकदमा दर्ज कराने की मांग किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि रामजानकी मार्ग पर किसानों की आराजी भूमि पर एनएच-227 ए के किलोमीटर संख्या 0.00 से 55 किलोमीटर के मध्य जबरिया कब्जा किया जा रहा है। ऐसे में प्रोजेक्ट मैनेजर के विरूद्ध किसानों की जमीन पर जबरिया कब्जा की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर किसानों के आराजी भूमि की सुरक्षा किया जाय।
सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने कहा है कि जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिया है कि किसानों को मुआवजा देने के बाद ही सड़क निर्माण कराया जाय किन्तु इसका खुला उल्लंघन जारी है। यदि किसानों को बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण कराया गया तो स्थितियां विस्फोटक हो सकती है। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों मे ं राम अजोर, आशीष, रामकिशुन, प्रहलाद, शिव, राम सूरत आदि शामिल रहे।