प्रणवदा रणनीति के पुरोधा थे!

 


राजनीति के  पुरोधा थे प्रणव मुखर्जी


जौनपुर


। पूर्व राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक सभओं का सिलसिला जारी है। जिला कांग्रेस कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज की अध्यक्षता में हुआ।   पूर्व विधायक अनुसूचित विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष राम सजीवन निर्मल उनके जीवन प्रकाश डाला और देश के लिए प्रणब मुखर्जी   के निधन पर देश की बड़ी क्षति बताया । इस मौके पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वाले यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यवीर सिंह आजम जैदी पंकज सोनकर नीरज राय तौकीर खान दिल्लू धर्मेंद्र संजय तिवारी विशाल सिंह हुकुम  निसार इलाही शाहनवाज खान अनील सोनकर  नंदलाल गौतम रंजीत अंबेडकर संदीप सोनकर सीमा भारती राजकुमार निषाद गुरु गोपाल सिंह माही सोनकर इकबाल हुसैन अशरफ अली प्रमुख रूप से मौजूद रहे।


इसी प्रकार राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर प्राचार्य डाॅ0 विष्णुचन्द्र त्रिपाठी की अध्यक्षता में शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक शोक सभा की गई। जिसमें सभी प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखा और ईश्वर से प्रार्थना की गई की मृतक की आत्मा को शान्ति प्रदान करें। प्राचार्य ने भारत रत्न स्व0 पूर्व राष्ट्रपति के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश ने आज एक कुशल राजनीतिक, विद्वान और सरल व्यक्ति को खो दिया है श्री मुखर्जी भारतीय राजनीति के  पुरोधा थे। उनके निधन से देश को बहुत क्षति पहुची है जिसको पूरा नही किया जा सकता है । डाॅ0 अवधेश द्विवेदी, डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 ज्योत्सना श्रीवास्तव, डाॅ0सुनीता गुप्ता, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, डाॅ0 ओमप्रकाश दूबे, डाॅ0 मनोज तिवारी, डाॅ0 श्यामसुन्दर उपाध्याय, डाॅ0 सन्तोष पाण्डेय, डाॅ0 रागिनी राय, डाॅ0 अतुल श्रीवास्तव, डाॅ0 चन्द्राम्बुज कश्यप, डाॅ0 सुधाकर शुक्ला सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहें।


फोटो 01जेएनपी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते कांग्रेसजन।


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