क्या ब्राह्मणों के लिये यूपी पीओके बन गया? आचार्य प्रमोद कृष्णम
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है। बढ़ती हत्या, दुराचार, डकैती की घटनाओं से यूपी सरकार को रोज शर्मशार होना पड़ रहा है। सीतापुर में घर से मंदिर के लिये निकले रिटायर्ड ब्राह्मण प्रवक्ता की हत्या के बाद राजनीति गरमा गयी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने टियूट कर पूछा है कि क्या उत्तर प्रदेश ब्राह्मणों के लिये पीओके हो गया है"? अपने टियूट मे उन्होंने यूपी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा है कि "उत्तर प्रदेश में कभी लखीमपुर में पूर्व विधायक की हत्या, बुलंदशहर में ब्राह्मण की हत्या, आज सीतापुर में एक ब्राह्मण पूजा करने जा रहा था उसकी हत्या। जो जुर्म बीस-तीस साल पहले कश्मीर के ब्राह्मणों पर हो रहा था वही आज उत्तर प्रदेश में हो रहा है.
मै योगी आदित्यनाथ जी से पूछना चाहता हूं कि क्या उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों को जीने का अधिकार नहीं है? क्या यूपी ब्राह्मणों के लिये पीओके बन गया है? इसका जवाब चाहिये। पूरा ब्राह्मण समाज दहशत में है"। बता दें कि शुक्रवार की रात सीतापुर में मंदिर गये कमलेश मिश्र की चाकुओं से गोद कर, गोली मार कर की गयी दर्दनाक हत्या से क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गया। शुक्रवार देर रात हुई इस वारदात के बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए। जानकारी मिलने पर एसपी ने मुआयना किया और वारादात के खुलासे को लेकर महोली पुलिस को निर्देश दिए। धारदार हथियार से हुई हत्या के कारणों की जांच में पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ शुरू की है। महोली कोतवाली क्षेत्र के कस्बा स्थित सोनारन टोला निवासी कमलेश चन्द्र मिश्र 70 पुत्र दिवाकर शुक्रवार रात करीब 11 बजे घर से निकले थे। परिजनों की मानें तो कृषक इण्टर कॉलेज के रिटायर्ड प्रवक्ता रोज ही शिव मंदिर में पूजा करने लिए जाते थे। देर रात जब वे घर नहीं लौटे तो सभी को चिंता हुई। खोजबीन करते हुए परिजन मंदिर पर पहुंचे तो परिसर के करीब पूर्व प्रवक्ता का शव मिला। धारदार हथियार से हुई हत्या की सूचना पुलिस को दी गई। जानकारी पाकर एसपी आरपी सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और परिवार के लोगों से घटना का हाल जाना। एसपी का कहना है कि परिजनों ने किसी से भी रंजिश न होने की बात बताई है। फिलहाल कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही हत्या का खुलासा कर लिया जाएगा