जब यूपी मेंतीन बार के विधायक नही सुरक्षित फिर कौंन सुरक्षित.प्रमोद कृष्णन

 


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।


लखीमपुर जिले में जमीन के विवाद के बाद हुई निघासन के पूर्व विधायक निर्वेन्द्र मिश्रा की मौत के बाद सियासत गर्मा गई है। अखिलेश यादव ने पूर्व विधायक की मौत पर जिम्मेदार यूपी सरकार को ठहराया है। उन्होने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। इससे पहले अखिलेश यादव ने लखीमपुर की घटना पर निंदा की। ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनता कानून-व्यवस्था के विषय पर चिंतित ही नहीं भयभीत भी है। उन्होंने लिखा कि पुलिस की उपस्थिति में रविवार को दिन दहाड़े लखीमपुर में तीन बार के विधायक रहे निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा की हत्या और उनके पुत्र पर कातिलाना हमले से पूरा प्रदेश हिल गया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए पूर्व विधायक को श्रद्धाजंलि भी दी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने टियूट कर कहा कि लखीमपुर में पूर्व विधायक की निर्मम हत्या, इसी जिले में छात्रा की दुष्कर्म के बाद फंदा लगा कर हत्या अतिदुःखद व चिंताजनक है। सरकार दोषियों के खिलाफ ऐसी कठोर कार्यवायी करे कि जिससे प्रदेश में ऐसी दर्दनाक घटना न दुहरायी जा सके।पूर्व विधायक के बेटे संजीव ने पलिया कस्बे के रहने वाले 2 दबंगों के खिलाफ नामजद तहरीर पुलिस को दे दी है उनका आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से ही इन दबंगों ने उनकी विवादित पड़ी जमीन पर अवैध कब्जा करना शुरू किया था।


घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल की ओर निकल गए हैं।उन्होंने बताया कि 'मेरी जमीन पडुआ अड्डे पर वो विवादित है उसका केस चल रहा है।उस जमीन को जोतने पलिया के सेठ 50-60 लोगों को लेकर आए थे। उनकी मदद में सीओ पलिया भी लगे हुए थे. वो लोग आए मैं गया यहां से और कहा कि जमीन विवादित है।इसको मत जोतिये लेकिन उन्होंने मुझे और मेरे पिता को भी मारा।मेरे पिता को मारते-मारते ऑन द स्पॉट मार दिया। जिन लोगों ने मारा उन्हें पकड़कर हमारे गांव के आदमी उनको मेरे घर पर लाए थे। लेकिन पलिया सीओ हमारे घर पर लाठीचार्ज करके उन लोगों को छुड़ाकर ले कर चले गये। विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा "मोना" ने कहा कि प्रदेश में एक और ब्राह्मण की हत्या। आम आदमी पार्टी ने कहा कि योगीराज में प्रदेश की कानून व्यवस्था तार-तार हो रही है। लखनऊ से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि जब तीन-तीन बार के विधायक रहे ब्राह्मण की दिन दहाड़े हत्या हो जा रही है तब प्रदेश में आम ब्राह्मण का क्या हाल होगा। भाजपा से सपा में गये आईपी सिंह ने टियूट किया कि यूपी में ब्राह्मणों की हत्या जारी है। अपराधियों की पुलिस से मिलीभगत थी। इस संदर्भ में लखीमपुर के एसपी सतेन्द्र कुमार ने एक वीडियो जारी कर बताया कि जमीन के विवाद को सुलझाने गए पूर्व विधायक निर्वेन्द्र की दूसरे पक्ष के लोगों से धक्का-मुक्की हुई थी। विवाद के दौरान वह गिर गए थे जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया मौत हार्टअटैक से होना बताई जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण पता चल पाएगा।बताया जाता है कि वर्षों पहले पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा ने अपनी साढ़े तीन एकड़ जमीन किसी के हाथ बेची थी। जिसने जमीन खरीदी थी उसने जमीन की पैमाइश के लिए अर्जी डाली थी। इसकी पैमाइश हुई तो वह जमीन साढ़े तीन की जगह साढ़े चार एकड़ निकली। इस मामले पर विवाद चल रहा था। इसी बात को सुलझाने के लिए रविवार को पूर्व विधायक दूसरे पक्ष से मिलने गए थे। जहां उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। उनके बेटे संजीव मिश्रा भी गंभीर रूप से घायल हैं।जिनका इलाज चल रहा है। मौके पर गयी डीआईजी रेंज ने सीओ कुलदीप कुकरेती को हटा दिया है।समाचार लिखे जाने तक दो लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया। लक्ष्मी सिंह घटना स्थल पर मौजूद हैं।अभी कुछ और लोगों पर गाज गिरने की संभावना है। विधायक के परिजनों और समर्थकों ने इस हत्याकांड में शामिल लोगों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के साथ दोषीयों के विरुद्ध कड़ीं कार्यवाही की मांग किया है।उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अन्य दोषियों पर कड़ीं कार्यवाही करने का अस्वासन दिया है


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