हाइग्रेड फिवरके लिएंसेफिलाइटिस सेंटर संचालित होगा!,मुख्य विकास अधिकारी बस्ती

 


बस्ती 22 सितम्बर ,


जनपद के 15 अस्पतालों में जेई/एईएस एवं हाईग्रेड फीवर के इलाज के लिए इन्सेफलाईटिस ट्रीटमेन्ट सेण्टर (ई0टी0सी0) संचालित है। उक्त जानकारी सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका ने दी है। उन्होने बताया कि जिला अस्पताल तथा ओपेक कैली अस्पताल में बाल इन्टेन्सिव केयर यूनिट (पीकू) तथा कुदरहाॅ, हर्रैया एवं गौर में मिनी पीकू संचालित है।


उन्होने बताया कि भानपुर, कप्तानगंज, रूधौली, साॅउघाट, मरवटिया, विक्रमजोत तथा परसरामपुर सीएचसी में तथा बहादुरपुर, सल्टौआ, बनकटी पीएचसी में ईटीसी संचालित है। इनमें जेई/एईएस एवं हाईग्रेड फीवर से प्रभावित लोगों का इलाज किया जाता है। इन अस्पतालों में अलग से वार्ड तैयार किया गया है तथा उसके लिए अलग से स्टाफ की तैनाती भी की गयी है। उन्होने बताया कि ऐसे मरीजो को अस्पताल तक लाने के लिए एम्बुलेन्स 102 एवं 108 के निःशुल्क सेवा ली जा सकती है।  


उन्होने बताया कि जेई/एईएस एवं हाईग्रेड फीवर होने की कोई निश्चित उम्र नही है। यह किसी भी आयु में हो सकता है लेकिन जेई/एईएस से 15 वर्ष की आयु तक के बच्चे अधिक प्रभावित होते है। उन्होने बताया कि 10 सितम्बर 2020 तक एईएस के कुल 44 मामले आये है, जबकि इसी अवधि तक 2019 में 51 मामले आये थे। इसी प्रकार 31 अगस्त 2020 तक हाईग्रेड फीवर के 401 मामले आये है, जबकि इसी अवधि तक 2019 तक 948 मामले आये है।


उन्होने बताया कि जेई/एईएस एवं हाईग्रेड फीवर का एक निश्चित इलाज होता है जो इन अस्पतालो में प्रशिक्षित डाक्टर एंव स्टाफ द्वारा किया जाता है। साथ ही सतत् निगरानी भी की जाती है। उन्होने लोगों से अपील किया कि ऐसी बीमारी की स्थिति में मरीज को तत्काल अपने क्षेत्र के सीएचसी/पीएचसी पर ले जाए ताकि उसका समुचित इलाज किया जा सकें।


उन्होने कहा कि नियमित रूप से संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान के संचालन से इन बीमारियों पर प्रभावी रोक लगी है। व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्वच्छता इन बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक है। उन्होने बताया कि इस वर्ष कुल 39 केस मिले है, जिसमें से 35 एईएस के है तथा 04 जेई के है। उन्होने बताया कि अक्टूॅबर माह में भी यह अभियान संचालित किया जा रहा है। इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया है कि जेई/एईएस के सभी 39 परिवारों की सूची लेकर उन्हें पुष्टाहार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।


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