बेरोजगारों को रोजगार व अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने की पहल होरही है

गोरखपुर 01 सितम्बर 20


। शासन क निर्देशानुसार सेवायोजन कार्यालय द्वारा निजी क्षेत्र में भी बेरोजगार अभ्यर्थियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे है। बेरोजगार अभ्यर्थियों एवं नियोजकों को एक ही स्थान पर आमंत्रित कर रोजगार मेलों का आयोजन सेवायोजन कार्यालय द्वारा किया जाता है जिसमें नियोजक अपनी आवश्यकतानुसार बेरोजगार अभ्यर्थियों का चयन करते है तथा बेरोजगार अभ्यर्थियों को भी अपनी इच्छानुसार संस्थान/कंपनी चयन करने की सुविधा उपलब्ध रहती है।


यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया है कि रोजगार मेले में प्रतिभाग करने हेतु सर्व प्रथम जाबसीकर को सेवायोजन पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना आवश्यक है। बेरोजगार अभ्यर्थियों के समान ही नियोजकों के भी उक्त पोर्टल पर पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है। पंजीकरण के उपरान्त नियोजक अपने संस्थान की रिक्तियों को सेवायोजन पोर्टल पर अपलोड कर सकते है। रिक्तियों के सापेक्ष जिन बेरोजेगार अभ्यर्थियों की प्राफाइल मैच करती है उनको सिस्टम जनरेटेड मेल पे्रषित हो जायेगी कि आपकी शैक्षिक योगयता कौशल एवं अनुभव के अनुरूप रिक्तिया पोर्टल पर अपलोड की गयी है।


प्रथम आवक प्रथम पावक के आधार पर निर्धारित संख्या तक आवेदन कर सकते है, ऐसे आवेदित अभ्यर्थियों की स्थिति नियोजक एवं एडमिन पैनल पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था भी पोर्टल पर की गयी है। नियोजक द्वारा उक्त सूची के आधार पर अपनी आवश्यकतानुसार अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट किया जा सकेगा। ऐसे शार्टजिस्टेड अभ्यर्थियों को सेवायोजन अधिकारी द्वारा ईमेल के माध्यमत से रोजगार मेलों मे प्रतिभाग करने हेतु आमंत्रित किये जाने की व्यवस्था की गयी है। रोजगार मेलों का आयोजन जनपद स्तरीय समिति द्वारा संपादित किया जाता है। चयन के उपरान्त नियोजन चयनित अभ्यर्थियों की सूची सेवायोजन अधिकारी को उपलब्ध कराते हुए जिनकों उनके द्वारा उक्त पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।


जिलाधिकारी ने बताया है कि कैरियर काउंसिलिंग शिविरों का आयोजन बेरोजगारों को शिक्षण प्रतिशक्षण एवं रोजगार के अवसरों के अनुरूप विषय चयन में सहायता करना तथा रोजगार बाजार में उपलब्ध अवसरों की जानकारी प्रदान करना कैरियर काउंसिलिंग योजना का उद्देश्य है। सेवायोजन विभाग में व्यवसाय मार्गदर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्रों एवं बेरोजगारों को उपयुक्त आजीविका के चयन हेतु मार्गदर्शन प्रदान किये जाने का कार्य भारत सरकार के राष्ट्रीय रोजगार सेवा मैनुअल में की गयी व्यवस्था के अनुसार किया जाता है। इस योजना के अन्तर्गत अभ्यर्थियों को शैक्षिक उपलब्धियों रूचि अभिरूचि, पारिवारिक व आर्थिक पृष्ठभूमि और व्यवसाय जगत की परिवर्तनशील गतिविधियों के आधार पर व्यवयायिक मार्गदर्शन व मंत्रणा प्रदान की जाती है। इस कार्यक्रम के सम्यक संचालन हेतु सेवायोजन कार्यालयों को शैक्षिक संस्थानों में सघन सम्पर्क स्थापित करना होता है।


 


 


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