दरोगा का मुकदमा पांच दिन बाद दर्ज नहीं किया
जौनपुर। जिले की पुलिस आम लोगों की बात दर किनार विभाग के लोगों की भी शिकायत दर्ज करने में हीला हवाली कर रही है। आलम यह है कि एक दरोगा को शिकायत दर्ज कराने के लिए पांच दिन से भटकना पड़ रहा है। मामला शहर कोतवाली की सरायपोखता चैकी का है। एक अन्य चैकी के प्रभारी की तहरीर के पांच दिन बाद भी केस दर्ज नहीं हुआ है। बलिया जिले के हैबतपुर गांव निवासी राकेश कुमार तिवारी सरायख्वाजा थाना क्षेत्र की शिकारपुर चैकी पर बतौर इंचार्ज तैनात हैं। पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने कहा है कि 18 अगस्त को एसपी के निर्देश पर वह छुन्छा पुल पर वाहन की चेकिंग कर रहे थे। उसी दौरान बक्शा की तरफ जा रही पिकअप को रोका तो उसमें 5 से 7 की संख्या में लोग सवार थे। लॉकडाउन के उल्लंघन के संबंध में चालक से पूछताछ की तो वह उन पर ही रौब जमाने लगा। उसमें महिलाएं भी सवार थी तो भविष्य में ऐसी गलती न करने की चेतावनी के साथ छोड़ दिया गया। 26 अगस्त को वह अपने एक रिश्तेदार को शहर से लेकर शिकारपुर जा रहे थे। वह सरायपोख्ता चैकी के पास पहुंचे थे, तभी उसी पिकअप चालक ने उन्हें जान से मारने की नीयत से उनकी बाइक पर पिकअप चढ़ा दी। बाइक को टक्कर मारते वह फरार हो गया। बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। दरोगा का आरोप है कि उन्होंने सरायपोख्ता पुलिस को तहरीर दी लेकिन पांच दिन बाद भी केस अभी तक दर्ज नहीं किया गया। पुलिस का कहना है कि तहरीर की जांच के बाद केस दर्ज किया जाएगा।