गोरखपुर 09 सितम्बर 20।
मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने वीडियो कालिंग के माध्यम से जिलाधिकारी कुशीनगर भूपेन्द्र एस चैधरी, मुख्य विकास अधिकारी, कुशीनगर, अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियो तथा अन्य अधिकारियों के साथ जनपद में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण तथा जेई/एईएस के रोकथाम के लिए समस्त चिकित्साधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। इस लिए हम सभी को और अधिक मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि जांच की संख्या को और बढ़ाया जाये तथा वर्तमान से तीन गुनी अधिक जांच की जाये। उन्होंने सी.एच.सी./पी.एच.सी. के लैब टेक्नीशियन के द्वारा किये जा रहे जांच की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी एम.ओ.आई.सी. अपने अपने पी.एच.सी/सी.एच.सी. पर तैनात लैब टेक्नीशियन के द्वारा प्रतिदिन कोरोना के जांच के कार्यों की निगरानी करते हुए अधिक से अधिक जांच सुनिश्चित किया जाये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के परीक्षण के लिए रैपिड रिस्पान्स टीम अनिवार्य रूप से उनके घरों को जाये तथा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजो की गुणवत्तायुक्त जांच भी सुनिश्चित की जाये एवं संक्रमित मरीजों के कान्टेक्ट टेªसिंग को और बेहतर किया जाये। उन्हांेने कहा कि कोरोना की जांच कीे प्रतिदिन समीक्षा किया जाये और कोरोना संक्रमण की जांच के कार्यो की निगरानी मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रतिदिन सांयकाल की जाये। उन्होंने जे०ई०ए०ई०एस० की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि मरीज का इलाज ई0टी0सी0सी० एच०सी०पी०एच० एवं जिला अस्पताल में किया जाये। गम्भीर मरीजो की ही बीआरडी मेडिकल कालेज भेजा जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी,ं डब्लू.एच.ओ. एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा अभी तक के कार्यों के बारे में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर विभिन्न अधिकारी गण उपस्थित रहे।