गोरखपुर 30 अगस्त 20 । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव, सड़कों के निर्माण, स्वच्छता एवं सेनेटाइजेशन के संबंध में बैठक करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोविड टेस्टिंग बढ़ाई जाये और बेडों की संख्या में वृद्धि करते हुए कोरोना से बचाव की दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने के साथ ही जन जागरूकता लाई जाये।
उक्त निर्देश मुख्यमंत्री ने एनेक्सी भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिये कि बी.आर.डी. मेडिकल कालेज के बाल संस्थान में कोविड अस्पताल शीघ्र तैयार किया जाये। इसी प्रकार पुरानी सुपर स्पेसिएलिटी के भवन में आक्सीजन प्लान्ट एक्टिवेट कराकर 50 और बेडों की सुविधा शीघ्र प्रारम्भ की जाये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोलरूम से होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित मरीजों के नियमित रूप से निगरानी की जाये और प्रतिदिन दो बार मरीज को फोन कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाये, यदि किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई दे तो उसे तत्काल कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जाये।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि किसी भी प्राइवेट चिकित्सालय में इलाज के लिए शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक शुल्क न लिया जाये और यदि इसका उल्लंघन पाया जाता है तो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में 5 श्रेणी के लोग जैसे गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज को अनुमति न दी जाये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि डोर टू डोर सर्वे कराकर अधिक से अधिक लोगों को चिन्हित करते हुए प्रतिदिन कम से कम 4000 कोरोना टेस्टिंग की जाये तथा जिन क्षेत्रों में ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या मिल रही वहां घर घर जांच करायी जाये और अधिक से अधिक कान्टेक्ट टेªसिंग भी सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजार निर्धारित समयानुसार खुले एवं बन्द हो, आम जन में दो गज की दूरी, मास्क लगाने आदि का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाये।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शहर में जलजमाव की स्थिति न हो इसलिए जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की जाये। जलजमाव वाले क्षेत्रों का सर्वे कराकर एक सप्ताह के अन्दर कार्य योजना तैयार कर उसका प्रस्तुतिकरण करने के निर्देश जीडीए एवं नगरनिगम को दिये। मुख्यमंत्री ने नगरनिगम को निर्देश दिये कि जलनिकासी की जब तक समुुचित व्यवस्था नही होती है तब तक पम्पिंग सेट के माध्यम जलनिकासी की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि सड़क पर कही पानी नही बहना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ढीले एवं जर्जर तार को ठीक करने, बांस बल्ली के सहारे लगे विद्युत केबिल को हटाने हेतु कार्ययोजना तैयार कर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य अभियंता विद्युत को देते हुए कहा कि शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत संबंधी समस्या नही होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि क्षतिग्रस्त सड़को की मरम्मत बेहतर ढंग से कराया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारियों को नियंत्रित करने तथा जनपद को बेहतर बनाने के दृष्टिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि गंदगी ही बीमारियों की जननी है। जिलाधिकारी एवं सी.एम.ओ. सुबह शाम कोविड-19 संबंधी बैठक अवश्य करें और न्याय पंचायतवार एसडीएम/सीओ क्षेत्रीय भ्रमण करें। हर हाल में कोविड-19 की जंग को जीतना है।
मुख्यमंत्री ने मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया एवं नौसढ़ से बाघागाड़ा, गोरखपुर-वाराणसी मार्ग, गोरखपुर-देवरिया मार्ग के निर्माण की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये। उन्होने कार्य की गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिया।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर, जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन, मुख्य विकास अधिकारी इन्द्रजीत सिंह सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित