भ्र्ष्टाचार की चरम,बहादुरपुर का उमरिया गांव प्रधानपति आवाज उठाने वाले को धमकाता है

 


 


बस्तीः विकास खण्ड बहादुरपुर के उमरियां में भ्रष्टाचार चरम पर है। शौचालय, विद्यालय की मरम्मत, खड़न्जा निर्माण, प्रधानमंत्री आवास, स्ट्रीट लाइट और कोविड-19 इत्यादि मामलों में शासन से मिले धन का व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। आवाज उठाने पर दबंग प्रधानपति ग्रामीणों को धमकियां देता है। सुधा पाण्डेय के नेतृत्व में आज दर्जनों ग्रामीणों ने गांव में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरूद्ध आवाज बुलंद की और कलेक्ट्रेट पहुंच गये।


 


यहां जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा और अविलम्ब कार्यवाही की मांग किया। सुधा पाण्डेय का कहना है कि गांव में शौचालय निर्माण गुणवत्तापूर्ण नही है, अनेक परिवारों को शौचालय नही मिले, लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री आवास अपात्रों को दिये गये हैं। कई लोगों को एक से   अधिक आवास दिये गये हैं। इस प्रकार करोड़ों रूपये के बजट का बंदरबांट किया गया है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि प्रधान अनपढ़ है। इसी का फायदा उठाकर प्रतिनिधि द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यहां राजपति देवी प्रधान हैं और उनका बेटा विनोद उनकी प्रधानी संभालता है। इस पूरे भ्रष्टाचार में सेक्रेटरी की संलिप्तता है। मनरेगा में अपात्रों के नाम से जाबकार्ड बने हैं। तालाबों की ख्,ादाई नही हुई और बजट निकाल लिया गया। पंचायत भवन जाने का रारते अवरूद्ध है।


 


ग्रामीणों द्वारा आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर उन्हे डरा धमकाकर शांत करा दिया जाता है। चाहे रसूख के दम पर या पैसों की लालच देकर वह शिकायतों को दबाता रहता है। सुधा पाण्डेय ने कहा जिले स्तर से न्याय नही मिला तो वह शासन से सीधे शिकायत करेंगी और ग्रामीणों का न्याय दिलाने तक चुप नही बैठेंगी। ज्ञापन सौंपते समय राकेश मिश्रा, अनिल पाण्डेय, दुर्गेश कुमार, गुलाबचंद, ओंकार पाण्डेय, पतिराम, वंशीलाल, रामबहाल, रामचेत, रंगीलाल, कविलास, नरपति, साहबराम, जयशंकर, रामभवन, कन्हायलाल, रामकेवल, मधुवन, बदल, राजकुमार, रतनलाल आदि मौजूद रहे।


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