प्रयागराज
सिपाही भर्ती 2018 के 49568 अभ्यर्थी मेडिकल कराने के लिए 5 महीनों से इंतजार कर रहे हैं। यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड और मुख्यमंत्री के बाद अब प्रधानमंत्री से गुहार लगा रहे हैं। आरोप लगाया है कि लॉकडाउन में सभी परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है लेकिन उनकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण इस विषम परिस्थिति (महामारी) में अत्यधिक परेशान है।
सिपाही भर्ती के अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2018 में पुलिस सिपाही के 49568 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन लिए गए थे। जिसकी परीक्षा 27, व 28 जनवरी 2019 को कराई गई। उसके बाद भर्ती का अंतिम चयन परिणाम 2 मार्च 2020 को जारी किया गया। परिणाम जारी हुए लगभग 5 माह बीतने को हैं लेकिन मेडिकल परीक्षण को लेकर कोई सूचना अभी तक जारी नही की गई है।
भर्ती बोर्ड पर आरोप है कि वहां से अधिकारी स्पष्ट उत्तर देने के लिए तैयार नही हैं। पहले तो पुलिस अफसर कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए भर्ती में देरी की बात कर रहे थे लेकिन अब स्थिति बदल गई है। हाल ही में लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी और इधर बीएड की परीक्षा का आयोजन किया गया था।
अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड से यह भी स्पष्ट करने के लिए कहा है कि अगर कोई विभागीय समस्या है तो एक लेटर जारी कर इस संबंध में स्थिति को साफ कर दें ताकि अभ्यर्थी को एक निश्चित समय सीमा का पता चल जाए। कुछ भी बताए न जाने की स्थिति में उनकी समस्या बढ़ती जा रही है। यह भी कहा कि कुछ समय पहले ही भर्ती बोर्ड एक पुलिस अफसर ने एक इंटरव्यू में अगस्त माह में मेडिकल कराने की बात कही थी लेकिन इसके बाद अभी तक कोई भी नोटिस या आदेश की जानकारी नहीं हो सकी।