संतकबीरनगर संवाददाता।
कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लगाए गए लाक डाउन के चलते परदेशों से अपने घरों को लौटे प्रवासियों को प्रशासनिक उदासीनता का शिकार होना पड़ रहा है। आलम यह है कि प्रवासी अपनी 21 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर चुके हैं लेकिन उन्हें शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही खाद्यान्न सामग्री और एक हजार रुपए का अनुदान नहीं मिल सका है। बताते चलें कि हैंसर ब्लाक क्षेत्र के रामपुर उत्तरी ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम माधोपुर में संदीप पाण्डेय, सत्यानंद यादव, सतीष यादव, जगत नारायण, कृष्णानंद मिश्र समेत लगभग दो दर्जन प्रवासी अपने घरों को लौटे हैं। इन प्रवासियों ने 21 दिनों की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर लिया है लेकिन इन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही खाद्यान्न सामग्री और एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी है। इस बारे में बात करने पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजेश यादव ने बताया कि जो प्रवासी 31 मई तक अपने घर वापस आ गए हैं उन सभी प्रवासियों को खाद्यान्न और राहत राशि मिलेगी। लेकिन अभी धनघटा तहसील मुख्यालय पर खाद्यान्न उपलब्ध नहीं है। जैसे ही तहसील पर खाद्यान्न उपलब्ध हो जाएगा उसे शेष बचे प्रवासियों में वितरित करवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तमाम प्रवासियों को राहत सामग्री नहीं मिल सकी है। मामले से सम्बन्धित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है