लखनऊ,उत्तर प्रदेश
प्रदेश में प्रवेश करते ही श्रमिकों को पानी और भोजन दिया जाय-योगी आदित्यनाथ की सार्थक पहल।
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम "11" के अधिकारियों को कड़ें शब्दों में निर्देश देते हुए कहा है कि दूसरे प्रान्तों या राज्य के अंदर ट्रकों में सवारी ढोकर लाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। प्रवासी कामगारों को लाने के लिए ट्रेनों की संख्या को बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। योगी लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों का घर वापसी का दुरूह सिलसिला देख कर दुःखी हैं। उन्होंने कहा कि कुछ मजदूर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही हैं स्पेशल ट्रेन या फिर बस से अपने-अपने घर लौट रहे हैं, लेकिन कई साइकिल से या फिर पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े हैं। योगी ने प्रदेश में प्रवेश करने वाले कामगारों और श्रमिकों को लेकर कई बड़े निर्देश जारी किए हैं।अब यूपी में प्रवेश करते ही कामगारों व श्रमिकों को सबसे पहले पेयजल और भोजन दिया जाए।अधिकारियों को ये सुनिश्चित करना होगा कि उनके जिले में कोई भी व्यक्ति पैदल और बाइक से यात्रा न करें। बसों के जरिए श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया जाए। ट्रकों में सवारी ढोकर लाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रवासी कामगारों के लिए ट्रेनों की संख्या को बढ़ाया जाय।गौरतलब है कि योगी खुद बार-बार अपील कर रहे हैं कि जो जहां हैं वहीं रहे। पैदल ना चलें, सभी को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले से ही सभी प्रवासी, कमजोर वर्ग के लोगों को रहने खाने, चिकित्सा के अलावा राशन किट और भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध करा रही है। यूूपी सरकार जो जहां है वहां से उनके घर तक पहुंचाने की निशुल्क व्यवस्था कर रही है, इसके लिए 10,000 बसें लगाई गई हैं।योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में बड़े पैमाने पर रोजगार की व्यवस्था भी शुरू हो गई है।मनरेगा के तहत करीब 25 लाख लोगों को रोज काम मिल रहा है। बंद पड़े औधोगिक संस्थानों को खुलवा कर काम दिलाया जा रहा है। चीनी मिलों, कोल्ड स्टोरेज व ईंट भट्ठों को लॉकडाउन अवधि में भी बंद नहीं होने दिया गया। यूपी में अब तक एक हफ्ते में 350 ट्रेनें प्रवासियों के लेकर आई हैं। जिसमें 430000 लोग अपने घर वापस लौटे हैं। देश में कुल ट्रेनों में से 60 फीसदी ट्रेन यूपी में आई हैं। इसके अलावा 10000 बसें लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनकी घर ले जाने के लिए लगी हुई हैं, जो लोगों को गंतव्य तक निशुल्क पहुंचा रही हैं। 70 ट्रेनें शुक्रवार को आज फिर आएंगी। इसके अलावा 1 मार्च से 30 अप्रैल के बीच छह लाख से ज्यादा कामगार श्रमिक आए हैं। सभी को 1000 भरण-पोषण भत्ता भी दिया जा रहा। 12.50 लाख लोगों की क्वारंटाइन सेंटर में व्यवस्था है।12 से 13 लाख फूड पैकेट रोज बांटे जा रहे हैं। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के अपरमुख्य सचिवगृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने दी।