मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्मभूमि गोरखपुर में उन्हीं के अधीन खाद एवं रसद आपूर्ति विभाग के राशन दुकानदार गरीबों को लूट रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों और शेष प्रदेश का क्या हाल होगा? पीड़ित लुटने को मजबूर है।वायरल वीडियो में शहर के दाउदपुर मुहल्ले के दुकानदार ने विभागीय निरीक्षक के सामने दबाव में गरीब को 20 रुपया वापस दे रहा है, लेकिन जिलापूर्ति अधिकारी के अनुसार दुकानदार तीन-चार लोगों से 5-5 रुपया ज्यादा ले लिया था बाद में वापस कर दिया। जब दोका सामना ने जिलापूर्ति अधिकारी आनंद सिंह से जानना चाहा कि इसके पहले सुड़िया कुंआ, इंदिरा नगर और रुस्तमपुर में भी जनता से ज्यादा पैसा वसूलने वाले दुकानदारों से पैसा वापस कराया गया आप ने क्या किया? आनंद सिंह ने बताया कि अप्रैल में तीन दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया हूँ, 13 दुकानों को निलंबित किया हूं। बता दें कि इसके पहले हरदोई से भाजपा विधायक ने मेडिकल सामग्री खरीदने को लेकर पत्र लिखा था तो पार्टी ने उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। हालांकि डुमरियागंज के विधायक व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निजी सेना हिन्दू युवा वाहिनी के प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने भी एक डॉक्टर के विरूद्ध आरोप लगा कर पत्र लिखा है लेकिन अभी तक न उनको नोटिस मिली और न ही उक्त डॉक्टर के विरुद्ध कोई कारीवाई हुई है।