पांच परिवारों के पन्द्रह रिहायशी छप्पर राख
जौनपुर। खुटहन क्षेत्र के बड़सरा गांव में मंगलवार की सुबह अज्ञात कारणों से लगी आग में पांच परिवारों के 15 रिहायशी छप्पर खाक हो गये। आग की लपटों में घिरा ईंधन गैस सिलेंडर अचानक तेज धमाके के साथ फट गया। संयोग अच्छा था कि कोई हताहत नहीं हुआ। अगलगी में तीन परिवार खुले आसमान के नीचे आ गये हैं। मौके पर आए अग्नि शमन दस्ते ने आग पर काबू पाया। अगलगी में तीन लाख से अधिक की क्षति का अनुमान है। राजस्व निरीक्षक घनश्याम पटेल ने आग से हुए नुकसान का आकलन किया। गांव निवासी संजय नाविक के रिहायशी छप्पर से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते आग ने उनके चार अन्य छप्परों को अपनी जद में ले लिया। ग्रामीण आग की लपटों पर पानी फेंककर बुझाने का जितना प्रयास करते, आग उतना ही विकराल रूप धारण करते हुए बद्रीलाल नाविक के चार छप्परों को भी लपेट लिया। उसी में रखा सिलेंडर गरम होकर अचानक तेज धमाके के साथ फट गया। भयभीत ग्रामीण सिर पर पैर रखकर सुरक्षित स्थान पर भाग गए। आग ने बढ़ते हुए झूरीलाल के भी तीन छप्परों व अशोक नाविक के दो छप्परों को राख में तब्दील कर दिया। अशोक को छोड़कर बाकी तीनों पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। अग्निकांड में तीन लाख से अधिक के गृहस्थी का सामान नष्ट हो जाने का अनुमान है