विधायक के शिकायत के बाद डीएम ने सीएमओ के विरुद्ध शासन को पत्र लिख फार्मासिस्ट को निलंबित किया
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। इसके बाद डीएम पुलकित खरे ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही और चीफ फार्मासिस्ट के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही के लिए शासन को पत्र लिखा है।बता दें कि हरदोई जिले की गोपामऊ सीट से बीजेपी के विधायक श्याम प्रकाश ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को लिखे पत्र में आरोप लगाए थे कि कोरोना वायरस को लेकर उन्होंने अपनी निधि से 25 लाख रुपये दिए हैं, उसे वापस करा लिया जाए क्योंकि यहां पर दवा वगैरह की खरीद में भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है। विधायक के पत्र के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। पूरे मामले में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने सीएमओ के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही और फार्मासिस्ट जेएन तिवारी के खिलाफ निलंबन की संस्तुति की है। डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी को भी निर्देशित किया है इस वैश्विक महामारी के लिए विधायक और सांसदों द्वारा जो निधि दी गई है, उससे खरीदी जा रही दवाओं वगैरह की पूरी जानकारी जनप्रतिनिधियों को भी दी जाए।बता दें कि कोरोना से जंग के लिए यूपी के बीजेपी विधायकों ने 25-25 लाख रुपये मेडिकल सुविधाओं के लिए दान किए थे। उन्हें इस प्रकरण में कहीं से भ्रष्टाचार की बू लगी तो विधायक श्याम प्रकाश ने दवाओं के खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विधायक निधि से दिए गए पैसों को वापस करने की मांग की है। विधायक ने अपनी निधि से दी गई 25 लाख रुपए की वापसी की मांग करते हुए सीडीओ को पत्र लिखा था। इस संदर्भ में जब दोका सामना ने जिलाधिकारी हरदोई पुलकित खरे से बात करने कि तो ज्ञात हुआ कि वह मीटिंग में हैं। उनके ओएसडी ने बताया कि इस मामले में जांच के बाद कारीवाई की गई है।