जोधा सिंह अटैया का शहादत दिवस मनाया
जौनपुर । जिले के सरावां गांव में स्थित लाल बहादुर गुप्त शहीद स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट आर्मी व लक्ष्मी बाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रथम स्वतंत्रता आन्दोलन के पुरोधा जोधा सिंह अटैया व उनके 51 साथियों का 162 वां शहादत दिवस मनाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती व अमर बत्ती जलाया और दो मिनट का मौन रखकर बावनी इमली के 52 अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दिया। क्रान्ति स्तंभ पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जिले के क्रान्तिकारी जोधा सिंह अटैया अपने साथियों के साथ अंग्रेजों का विरोध करना शुरू किया। जिससे नाराज होकर अंग्रेजों ने क्रान्तिकारी जोधा सिंह अटैया व उनके 51 साथियों को 28 अप्रैल 1858 को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिला मुुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर बिन्दकी रोड पर स्थित इमली के पेड़ में लटका कर फांसी दी। उन्होने कहा कि आज भी वह इमली का पेड़ वहीं पर है और वह बावनी इमली के नाम से मशहूर है। वहां हर वर्ष लोग देश के प्रथम स्वतंत्रता आन्दोलन के 52 अमर शहीदों को याद करने के लिए इकट्ठा होते हैं। इस अवसर पर धरम सिंह , अनिरुद्ध सिंह , मैनेजर पांडेय , मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे