बस्ती, 03 अप्रैल 2020। बीमार सफाईकर्मी को अवकाश न देकर डियटी पर तैनात किये जाने को लेकर साथी सफाईकर्मियों में रोष है। सम्बन्धित सफाईकर्मी को महकमे के अफसरों की मनमानी और संवेदनहीनता की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। मामला परसरामपुर के ग्राम पंचायत करमी पट्टी का है।
उ.प्र. पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार आर्या ने कहा यहां तैनात सफाईकर्मी मुश्ताक अहमद को सिरहवा गौशाला में पशुओं की देखभाल में लगा दिया गया। जबकि वह किडनी और लीवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित था। उसके द्वारा अवकाश हेतु दिये गये प्रार्थना पत्र की गंभीरता न समझकर तानाशाही रवैया अपनाते हुये बीमार सफाईकर्मी को पशुओं की देखभाल केलिये तैनात किया और घर पर गुरूवार की रात करीब 8.00 बजे उसकी मौत हो गयी।
सफाइकर्मियों ने साथी की असमय मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। संघ के महामंत्री रूद्रनरायन उर्फ रूदल ने डीपीआरओ से मिलकर मुश्ताक के परिजनों को बीमा और अन्य विभागीय सुविधायें दिलाने का आग्रह किया है। डीपीआरओ से मिलने वालों में अरूण कुमार आदि मौजूद थे।