संस्कृत के माध्यम से संस्कृति का आह्वान

नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ के आह्ववाहन पर अध्य्क्ष भावेष पाण्डेय तथा जिला संयोजक नवीन त्रिपाठी समेत 21 से भी अधिक युवाओं ने विश्व के कल्याण तथा कोरोना नाम महामारी के नाश की कामना करते हुए अपने अपने घरों में सुन्दरकाण्ड का पाठ किया।

एसोसिएशन के अध्यक्ष भावेष पाण्डेय ने बताया कि हमारे संगठन के युवाओं द्वारा जरूरतमंद लोगों को राशन पहुँचाया जा रहा साथ ही गरीब लोगों को भोजन पहुँचाने की व्यवस्था भी की गई है। सोशल मीडिया तथा विभिन्न माध्यमों से कोरोना की बीमारी से बचने के लिए संगठन द्वारा लोगों से हमेशा घरों में रहने की अपील की जा रही तथा जरूरतमंद लोगों में मास्क भी वितरित किया जा रहे।

उन्होंने बताया कि सुन्दरकाण्ड पाठ का मुख्य उद्देश्य ईश्वर से जन कल्याण की प्रार्थना करना है जिससे कोरोना जैसी इस भीषण महामारी से जूझ रहे विश्व के लोगों को लड़ने की शक्ति मिलें। इस मुहिम के माध्यम से लॉक डाउन के इस समय में घरों में रहने वाले बच्चे- बूढ़े और जवान सभी अपनी संस्कृति से जुड़ सकते है तथा युवाओं में नैतिकता का ज्ञान भर सकते हैं।

जिला संयोजक नवीन त्रिपाठी ने बताया कि संगठन की इस मुहिम के द्वारा हम सभी युवाओं को श्रृंखला बद्ध तरीके से सुंदरकांड के पाठ के लिए प्रेरित करते है जिसका उद्देश्य विश्व कल्याण की कामना करना है। हम युवाओं को संस्कृत के माध्यम से संस्कृति से जोड़ना चाहते हैं तथा समाज के सभी धर्म के लोगों से अपील करते है कि वह जग कल्याण की भावना को आत्मसात करते हुए घरों में अपने पवित्र ग्रंथ का पाठ करें तथा सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर करें। मनीष मिश्र,विवेक मणि, वैभव पाण्डेय, आशुतोष, अभिषेक ओझा, रितिकेश, रामप्रताप सिंह, सुनील,अमित,योगेंद्र शुक्ल, दिलीप,साहिल चौधरी,अनुराग सिंह,अभिषेक पाण्डेय,अंकिता,रत्नेश, गौरव, शाश्वत, अभिनव, धर्मेंद्र आदि ने पाठ किया।

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