प्रशासन के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मी और पुलिस कर्मी लगातार सेवा में लगे हुए हैं, योद्धा की तरह उनके साथ साथ किराना दुकान वाले, बैंक कर्मचारी और विद्युत विभाग के लोग लगे हुए हैं, लेकिन इन सब की सूचना हम तक पहुंचाने वाले पत्रकारों के विषय मे भी हमें ध्यान देना चाहिए, जो अपनी जान पर खेलकर हमें सही सूचनाएं पहुंचा रहे हैं, और साथ ही साथ मैं समाचार पत्र वितरकों का आभारी हूँ जो पूरी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुबह हम तक अखबार पहुंचाते हैं।
यह बातें नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ के अध्यक्ष एवं उच्च न्यायालय में अधिवक्ता भावेष कुमार पाण्डेय ने कही।
उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में अफवाहों की बयार बह रही है, कई अराजक और खलिहर लोग जिनका उद्देश्य समाज मे वैमनस्य और डर फैलाना है वो सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहों को फैलाते हैं और अति उत्साही लोग उसे बिना पुष्टि किये और आगे भी बढ़ा देते हैं, इस दौर में आज भी अखबार सबसे विश्वसनीय सूचना स्रोत के रूप में हैं, इसलिए मैं किसी भी खबर के बारे में चर्चा करने से पूर्व हर सुबह अखबार पढ़ता हूँ।
लॉकडाउन अब तीन मई तक बढ़ गया है, अगर हम रोज अखबार पढ़ें तो हमारा समय भी अच्छा व्यतीत होगा, और हम विश्वसनीय खबरों से अवगत भी रहेंगे, मेरी युवा मित्रों से अपील है कि कोरोना योद्धाओं का आदर करें और उनकी प्रशंसा करें।