बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय भारतीय समाज के उन जाज्वल्यमान नक्षत्रों में एक हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सैनिक विद्रोह के नाम पर आनंदमठ लिखकर के सारे देश और दुनिया में यह संदेश देने का प्रयास किया कि भारत स्वतंत्र होकर के रहेगा ।आज उसी महामना बंकिम चंद्र चटर्जी आनंदमठ के लेखक और भारत के राष्ट्रवादी लेखकों के शिखर पुरुष का आविर्भाव दिवस है कौटिल्य का भारत परिवार उस महामना के श्री चरणों में नमन करता है और मां भारती से अपेक्षा करता है कि इस तरह से युग प्रवर्तक हमेशा देती रहे.
भारत के इतिहास में इसे सैनिक विद्रोह कस भी नाम दिया गया है।
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संपादकीय