बहराइच 19 अप्रैल। जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने विकास खण्ड चित्तौरा के ग्राम बेगमपुर के किसान श्याम लाल पुत्र नकछेद, सुरेन्द्र नाथ पुत्र मूलराज, हनुमान पुत्र बाबू व फकीरे पुत्र राधेश्याम के खेत पर जाकर गेंहूॅ का क्राप कटिंग कराया। श्यामलाल के खेत में 14.800 कि.ग्रा., सुरेन्द्र नाथ के खेत में 14.500 कि.ग्रा., हनुमान के खेत में 14.700 कि.ग्रा. व फकीरे के खेत में 14.750 कि.ग्रा. ऊपज प्राप्त हुई। इस प्रकार चारों किसानों के एक बिसवा में औसतन 14.687 कि.ग्रा. (औसत उपज 34.22 कुण्टल प्रति हेक्टेयर) गेहूॅ की ऊपज प्राप्त हुई। जबकि पिछले वर्ष की औसत उपज 37.93 कुण्टल प्रति हेक्टेयर थी।
क्राप कटिंग के अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने जिला सांख्यिकीय अधिकारी नरेन्द्र कुमार गुप्ता को निर्देश दिया कि जनपद के बीमित कृषकों को नियमानुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिलाया जाये। श्री गुप्ता ने जिलाधिकारी को बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत जनपद में रबी 2019-20 में कुल 44465 कृषकों ने फसल बीमा कराया है जिसमें गैर ऋणी किसानों की संख्या 250 है। वर्तमान वर्ष में उपज में कमी होने के कारण सभी बीमित कृषकों को फसल बीमा का लाभ दिलाया जायेगा।
श्री गुप्ता ने यह भी बताया कि वर्तमान मौसम में क्राप कटिंग का शत-प्रतिशत कार्य भारत सरकार द्वारा विकसित किये गये सी.सी.ई. एग्री एैप के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सी.सी.ई. एग्री एैप डाउनलोड करके 396 स्मार्ट फोन का वितरण किया गया है। क्राप कटिंग के पश्चात राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा डाटा लोड करते ही सम्बन्धित डाटा एैप के माध्यम से सीधे राजस्व परिषद को पहुॅच जाता है।
सी.सी.ई. एग्री एैप के माध्यम से जनपद में शत-प्रतिशत हो रहे क्राप कटिंग कार्य पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे लोगों में क्राप कटिंग के प्रति विश्वसनीयता बढ़ेगी तथा इस कार्य में पारदर्शिता भी आयेगी।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर राम चन्द्र यादव, जिला सांख्यिकीय अधिकारी नरेन्द्र कुमार गुप्ता, राजस्व निरीक्षक शिवेन्द्र पाल सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल सुरेश चन्द्र गुप्ता, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि इरफान सिद्दीकी व कृषक मौजूद रहे। क्राप कटिंग के अवसर पर मौजूद प्रधान प्रतिनिधि व कृषकों से जिलाधिकारी श्री कुमार ने अपील की कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत खेती किसानी के कार्य में पूरी सावधानी बरतंे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन करें।