असावधानी ने ही बनाया 3 माह के बच्चे को कोरोना पाजिटिव

बस्तीः देश के सबसे छोटे तीन माह के बच्चे के कोरोना पॉज़िटिव पाए जाने के मामले में चिकित्सकों का मत है की सोशल डिस्टेनसिंग में चूक के कारण बच्चा संक्रमित हुआ है। ज़िले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी परिवारों को सोशल डिस्टनसिंग का कड़ाई से पालन करना होगा, तभी कोरोना के प्रसार को रोका जा सकेगा। तुरकहिया निवासी हसनैन अली की 30 मार्च को हुई मौत के बाद यह बात सामने आई थी की मृतक कोरोना पॉज़िटिव था।

इसके बाद उसी परिवार व उनके करीबियों की हुई जांच में 14 लोग पॉज़िटिव पाए गये हैं, उनमें यह तीन माह का बच्चा भी शामिल है। उसका बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में इलाज चल रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आफताब रज़ा व डॉ. नवल वर्मा का कहना है की बच्चा पॉज़िटिव होने के बाद भी माता-पिता के निगेटिव मिलने का मतलब है की बच्चे तक संक्रमण बाहर से पहुचा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार आपस में दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दिए जाने की ज़रूरत है।

सावधानी से कराएं स्तनपान
अगर मां संक्रमित है या संक्रमण की संभावना है तो भी इन सावधानी के साथ स्तनपान कराना जरूरी है। डॉक्टर से संपर्क करें और उसकी सलाह पर अमल करें। खांसते व छीकते समय मुंह को रुमाल आदि से ढके। स्तनपान से पूर्व और बाद में हांथों को 40 सेकंड तक साबुन से धोए। बच्चे से संपर्क के समय मास्क ज़रूर पहने। किसी चीज़ को छूने से पहले उसे साबुन या सेनेटाइजर से साफ कर लें। अगर बच्चा संक्रमित है या संक्रमण की संभावना है तो भी सावधानी के साथ उसे स्तनपान ज़रूर कराए। दूध निकाल कर पिलाने की मजबूरी है तो कटोरी, चम्मच व हाथों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें


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