बस्ती 25 अप्रैल 2020 सू०वि०, साधन सहकारी समिति महसों के गेहॅू खरीद केन्द्र प्रभारी को किसान के रजिस्टेªशन की वेबसाइट की जानकारी नहीं, न ही सहायक निबन्धक सहकारिता इसकी जानकारी दे पाये। क्रय केन्द्र पर कही लिखा भी नही गया है। कोरोना वायरस के कारण सभी जनसेवा केन्द्र बन्द है, फिर भी केन्द्र प्रभारी द्वारा किसान से रजिस्टेªशन का प्रिन्टआउट मांगा जा रहा है। यह कुछ नजारा देखने को मिला जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन को। जब उन्होने महसों और सजनाखोर कथरूआ गेहूॅ क्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त किया तथा सहायक निबन्धक सहकारिता और जिला प्रबन्धक पीसीएफ को कार्यवाही की चेतावनी दिया। उन्होने कहा कि यह हालत तब है जबकि वे प्रतिदिन गेहॅू खरीद की समीक्षा कर रहे है। बैठक में दी जा रही जानकारी से फील्ड मे वास्तविकता अलग है।
उन्होने कहा कि यदि किसानों की समस्या का हल वे नही कर सकते तो उनके होने का मतलब क्या है। जब सभी जनसेवा केन्द्र बन्द चल रहे है, तो किसानों के रजिस्टेªशन, उसके प्रिन्ट, तहसील से सत्यापन की समस्या का निदान किया जाना चाहिए। शासन की मंशा है कि लाकडाउन के दौरान किसान को केवल एक बार केन्द्र पर गेहॅू बेचने आना पड़े। जबकि वर्तमान व्यवस्था के तहत उसे दो से तीन बार आना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि महसों में 06 किसानों सेे 320 मीट्रिक टन गेहॅू खरीदा गया है। जबकि सजनाखोर कथरूया में 493 मीट्रिक टन गेहॅू खरीदा गया है। उन्होने महसों में 60 कुन्तल गेहॅू बेचने वाले किसान बलराम चैधरी से फोन पर बात-चीत किया और दिक्कत के बारे में पूछ-ताछ किया। किसान ने बताया कि गेहॅू बेचने में उन्हें कोई दिक्कत नही हुआ है।
जिलाधिकारी ने सहकारिता के केन्द्रों पर गेहूॅ खरीद लक्ष्य के अनुरूप न होने पर नाराजगी व्यक्त किया। उन्होने निर्देश दिया कि प्रत्येक केन्द्र पर वेबसाइट बिेण्नचण्हवअण्पद लिखवाया जाय। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाय।
डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ ने बताया कि जिले में अबतक कुल 3095 मीट्रिक टन गेहॅू की खरीद हुयी है। लगभग 03 हजार किसानों ने गेहॅू बेचने के लिए रजिस्टेªशन कराया है। सहायक निबन्धक सहकारिता ने बताया है कि उनके 64 क्रय केन्द्रों पर लैपटाप नही है। निरीक्षण के दौरान एडीएम रमेश चन्द्र तथा जिला प्रबन्धक पीसीएफ अमित चैधरी भी उपस्थित रहे।