प्रदेश में कोई भूखा ना रहे, अधिकारी हर जरूरतमंद की सहायता करें - योगी
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपरमुख्य सचिवगृह अवनीश अवस्थी ने बताया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम 11 की बैठक में जोर देकर कहा है कि कोई भी भूंखा न रहे। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दूसरे चरण का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। कोई भूंखा न सोने पाये इसके लिए अधिकारी हर जरूरतमंद की मदद करें। शेल्टर होम व कम्यूनिटी किचन में खाने की उत्तम व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही लॉकडाउन का सख्ती व गंभीरता से पालन करने के लिए प्रदेश वासियों से अपील की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लॉकडाउन के दूसरे चरण की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। शुक्रवार को भी टीम 11 के सदस्यों के साथ बैठक कर कई निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में पीपीई किट व एन95 मास्क और सुरक्षा के सभी साधन उपलब्ध कराए जाए।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी अधिकारियों को गंभीर निर्देश दिया है कि हर जरूरतमंद की मदद करें। प्रदेश में कोई भूखा ना रहे, इसकी निगरानी करते रहें।उन्होंने बताया कि पूरे देश में अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में खाद्यान्न का वितरण सबसे अधिक हुआ है। प्रथम चरण में 3 करोड़ 23 लाख 87 हजार 640 राशन कार्डों के माध्यम से 14 करोड़ लोगों को खाद्यान्न वितरित किया गया है। इस तरह से कुल 7 लाख 45 हजार 618 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरित किया जा चुका है। दूसरे चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 15 अप्रैल से खाद्यान्न वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस योजना के तहत 3 करोड़ 55 लाख राशन कार्ड बने हैं। इनमें से 1 करोड़ 78 लाख राशन कार्ड पर चावल वितरित कर दिया गया है। 17 अप्रैल की दोपहर 1 बजे तक इस योजना के माध्यम से 3 लाख 38 हजार मीट्रिक टन चावल का वितरण करते हुए 44.7 प्रतिशत लोगों को लाभ पहुंचा दिया गया है। यह वितरण भी देश में रिकार्ड है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि हर हॉटस्पॉट की जिले स्तर के वरिष्ठ अधिकारी निगरानी करें। इस निर्देश के बाद गुरूवार को हर हॉटस्पॉट का निरीक्षण संबंधित जिलाधिकारियो द्वारा किया गया। हॉटस्पॉट एरिया के हर घर को सैनीटाइज किया जाए। साथ ही डोर स्टेप डिलीवरी की भी गंभीरता से निगरानी हो।राशन, दूध, सब्जी,फल और दवाओं की कमी ना हो इसकीसमीक्षा अधिकारी करते रहें। 15 जिलों के अलग-अलग थानों के अंतर्गत 179 हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है। इस एरिया में 1 लाख 81 हजार मकान और 11 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है। वहीं प्रदेश सरकार के अतिरिक्त प्रदेश के हर जिलाधिकारियों ने भी अपने जिलों में हॉटस्पॉट को चिन्हित करने का काम किया था, उसमें भी इजाफा हुआ है। इस प्रकार से 25 जनपदों के अलग-अलग थाना क्षेत्र के अंतर्गत 93 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। जिनमें 12 लाख 88 से अधिक लोग हैं। इतना ही नहीं तीसरे चरण में भी 4—5 जनपदों से 7 हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित किया गया हैं। जिनमें 20 हजार लोग हैं। प्रदेश
में 1359 कम्युनिटी और जिला प्रशासन द्वारा संचालित 704 किचन से 12 लाख 5 हजार 392 फूड पैकेट का वितरण किया गया है। इतना ही नहीं प्रदेश में 21 हजार किराना स्टोर संचालित हैं, साथ ही 20 हजार लोगों द्वारा 35 हजार लीटर दूध का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी चार हजार ठेले व मोटर चालित वाहनों से 2700 लोग डोर स्टेप डिलीवरी कर रहे हैं। इन एरिया में भी 166 किचनों का संचालन हो रहा है। पीलीभीत के बाद महाराजगंज और हाथरस जिला भी कोरोना के प्रभाव से बाहर निकलने में सफल हो गए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन को हर रोज सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तबलीगी जमात के विदेशी नागरिकों के खिलाफ 45 एफआईआर दर्ज की गई है। साथ 259 पासपोर्ट जब्त कर इन्हें स्थाई या रेगुलर जेल में बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अबतक जेलों में बंद 13484 लोगों को पेरोल व बेल पर छोड़ा गया है, वहीं 425 जुवेनाइल भी बाहर आ चुके हैं।