बस्ती जिला पूर्ति कार्यालय लाखों राशन कार्डधारको को मुसीबत मे डाल रहा है।उसे ठीक से पता है कि आज हर व्यक्ति को सामाजिक दूरी ही बचा सकती है।जब राशन वितरण होगा तब कार्ड धारक को अंगूठा बिना लगाए राशन नही मिल सकता।ऐसी स्थिति में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या अंगूठा लगवाकर संक्रमण को आम त्रित नही किया जारहा?उत्तर प्रदेश की सरकार, जिला प्रशासन इस बात पर पुनर्विचार करे कि बिना अंगूठा लगाए पूर्ववत राशन वितरण प्रणाली लागू की जाय।ज्ञातव्य है कि1 अप्रैल से ऊत्तर प्रदेश में खाद्यान्न होना प्रस्तावित है।
यूँ तो पूरा देश कोरोना से परेशानी का सामना कर रहा है।कोरोना के बचाव के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बायोमैट्रिक हाजरी बंद कर दिया गया परंतु बस्ती जिला पूर्ति कार्यालय कोटेदारो को आदेश दे दिया गया कि राशन कार्डधारको को ई पाश मशीन से खाद्यान्न वितरण किया जायेगा ऐसे मे लाखों राशन कार्डधारको को विभाग मुसीबत मे डाल दिया गया।कोटेदार ऒर कार्ड धारक को और मुसिबत न दी जाय।पूर्वाचल विद्वत परिषद कर अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ तिवारी ने उक्क्त आशय की उत्तर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन बस्ती से मांग की है।