बस्तीः राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष राधेश्याम चौधरी ने कहा असमय हुई बरसात एवं ओलावृष्टि से हुई क्षति से उबारने के लिये किसानों का फसली ऋण माफ किया जाना चाहिये। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में रालोद नेता ने कहा कि मुण्डेरवां सुगर मिल के गन्ना किसानों का भुगतान 21 दिसम्बर तक ही किया गया है, आपदाकाल में प्राथमिकता के आधार पर 15 मार्च तक का गन्ना मूल्य भुगतान किया जाना जरूरी है जिससे वे लॉकडाउन पीरियड में वे अपनी आवश्यक आवश्यकतायें पूरी करते हुये रवि के फसल की मड़ाई आदि कार्य सम्पन्न कर सकें।
उन्होने 2019-20 में क्रय केन्द्रों से खरीदे गये धान के मूल्या का भुगतान किये जाने व जब तक किसानों के पास गन्ना है तब तक सुगर मिल चालू रखने की मांग किया है। रालोद नेता ने कहा कि जिला प्रशासन के लचर रवैये के कारण साधन सहकारी समिति मुण्डेरवां, बिक्री केन्द्र बैदा खुर्द, गुलरिहा सिरमा सहित विकास खण्ड बनकटी के सभी केन्द्रों से खरीदे गये धान का मूल्य भुगतान अविलम्ब किये जाने के लिये भी जिला प्रशासन का ध्यान खींचा है। रालेद जिलाध्यक्ष ने कहा देश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों ने बढ़चढ़कर सहयोग दिया है लेकिन जनपद में सुरक्षा किट की अनुपलब्धता कई सवाल खड़े करती है, बेहतर होता यदि बिपत्ति काल में मिली सहायता जमीनी स्तर पर भी दिखाई देती।