कोरोना##डॉ नवीन व मजहबी की अगुवाई में चल रहा कोरोना से युध्द




 

बस्ती/ कोरोना के कहर के बीच जहाँ बस्ती जनपद की सामाजिक संस्थाएं और कथित समाजसेवी गुम हो गए हैं । वहीँ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कोरोना के महामारी के बीच लोगों लिए चौबीस घंटे सेवारत है । ये सख्सियतें लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करने के साथ ही बचाव किट की उपलब्धता, खाद्य सामग्री का वितरण के लिए दिन रात एक किये हुए हैं । ये लोग बिना जान की परवाह किये ही रेलवे स्टेशन , झुग्गी बस्तियों, अस्पतालों, मजदूरों और मजलूमों के बीच जाकर उन्हें राहत सामग्री बाँट रहें हैं । 

इसमें जो नाम सबसे ऊपर है वह है बादशाह मैरेज हाल के मालिक और रेडक्रास सोसायटी के अवैतनिक सचिव कुलवेन्द्र सिंह मजहबी का जो जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिला कर कोरोना महामारी के बीच राहत कार्य में लगें है। जब से कुलवेन्द्र सिंह मजहबी को बस्ती रेडक्रास का अवैतनिक सचिव बनाया गया है तब से उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ कोरोना राहत कार्यों को लेकर दिनरात एक कर दिया है । इसके पहले बस्ती में रेडक्रास सोसायटी लगभग साठ वर्षों तक मृत पड़ी रही थी । लेकिन जब यह जिम्मेदारी कुलवेन्द्र सिंह मजहबी को मिली तबसे यहाँ के रेडक्रास सोसायटी की इकाई को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की कवायद में वह जुट गयें हैं । आज के दौर में वह बिटिया रश्मित सिंह और बेटे जीतेन्द्र के साथ राहत कार्यो में लगें हुए हैं। 

कोरोना को लेकर जिस दिन जनता कर्फ्यू लगाया गया उसी दिन से वह रेलवे स्टेशन पर जाकर लोगों की स्क्रीनिग में लगे रहे। इसी के साथ वह लगातार लोगों में सेनेटाईजर व मास्क वितरण का काम भी कर रहें है । इसके अलावा जब से प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लॉक डाउन की घोषणा की गई है । तब से जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई टीम के साथ खाद्य सामग्री वितरण के साथ ही जागरूकता फैलाने का काम भी कर रहें हैं।

उनके प्रयास का ही परिणाम है की अब लोग रेडक्रास सोसायटी के जरिये जरूरतमंद लोगो तक खाद्य व राहत सामग्री पहुंचाने के लिए आर्थिक सहयोग के लिए आगे आ रहें हैं । अभी तक दर्जनों लोगों ने रेडक्रास के अध्यक्ष जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के जरिये लाखों का सहयोग दिया है । जिसका उपयोग राहत कार्यों में किया जा रहा है ।

डॉ नवीन सिंह भी नहीं हैं पीछे, परिवार के साथ जी जान से जुटे हैं सेवा में

अभी तक आप पेशे से आयुष और प्रोफेसर एक्युप्रेशर शोध प्रशिक्षण एवं उपचार संस्थान योगी डॉ नवीन सिंह को योगा और एक्यूप्रेशर  जरिये लोगों के  स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जानतेंरहें हैं। लेकिन इस लॉक डाउन में उनका बड़ा मानवीय रूप सामनें आया है। वह अपने परिवार के साथ लॉक डाउन से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य में लगें है । उन्होंने रेडक्रास से बतौर वालंटियर जनता कर्फ्यू के दिन से रेलवे स्टेशन पर जाकर लोगों की स्क्रीनिग में करने में न केवल सहयोग किया बल्कि उनका परिवार भी अपने तरीके से लोगों तक सेवायें पहुंचाने में लगा है । उनकी पत्नी ज्योति सिंह और तीन बेटे भी दिन रात सेवा दे रहें है । नवीन सिंह अपनें परिवार के साथ लोगों में सेनेटाईजर व मास्क वितरण का काम कर रहें भी कर रहें हैं। इस पर आने वाला समस्त खर्च वह स्वयं कर रहें हैं । इसी के साथ ही वह लगातार लोगों में खाने पीने की वस्तुओं का वितरण भी कर रहें हैं। वह जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई टीम के साथ खाद्य सामग्री वितरण के साथ ही जागरूकता फैलाने का काम भी कर रहें हैं। इस हिसाब से अगर कहा जाये तो कोरोना के कहर के बीच अगर जनपद के समाजसेवियों का नाम लिया जाए। तो डॉ नवीन सिंह का नाम सबसे ऊपर है। वह जनपद के ऐसे शख्स है जो हर पल लोगों के सुख दुःख में तत्पर रहतें हैं । एक्यूप्रेशर के जरिये उन्होंने  जनपद में लाखों लोगों का इलाज किया है जो गंभीर बिमारियों से जूझ रहे थे । इसके साथ ही वह जनपद के सभी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहें हैं ।




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