जौनपुर वासी लॉक डाऊन को गम्भीरता से नही ले रहे

सड़कांे पर कम नहीं हो रही भीड़
जौनपुर। कोरोना वायरस दिन-ब-दिन अपना पांव पसार रहा है। इससे बचने के लिए ही पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है, इसके बावजूद कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। खुलेआम नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। लॉकडाउन में भी सड़क पर बेखौफ घूम रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अगला सप्ताह काफी अहम बताया जा रहा है। इन दिनों में अगर हमने लापरवाही बरती तो उसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ सकता है। शहर के कोतवाली चैराहे से पालिटेकनिक चैराहे तक देखने से पता चला कि लोग 12 तक बेवजह जगह जगह खड़े हो कर बात कर रहे है। ठेले वाले भी सटकर अपनी दुकानदारी मौज के साथ भीड़लगाकर कर रहे है। बेशक, लॉकडाउन के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या पर रोक लगी है, लेकिन जरा सी लापरवाही से सारे जतन पर पानी फिर सकता है। भावी संकट को भांप जिला प्रशासन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहा है। प्रशासन ने लोगों को रोजमर्रा की वस्तुएं आसानी से सुलभ करने के लिए ही सुबह से 12 बजे तक छूट दे रखी है। यहां तक डोर स्टेप डिलेवरी की सुविधा भी शुरू की गई है। इसके बावजूद इस दौरान सड़क से लेकर बाजार तक लोगों की भीड़ जमा हो जा रही है। देखा जा सकता है कि नगर के काली कुत्ती, शास्त्री नगर, परमानतपुर, जोगियापुर, मियांपुर, दिलाजाक, मालीपुर, नखास सहित अन्य क्षेत्रों में लोग बिना मतलब के सड़कों पर टहलते नजर आ रहे हैं। उनकी मनमानी से लगता है कि किसी प्रकार की कोई भी सावधानी नहीं है। वह न लॉक डाउन का मतलब समझ रहे हैं और न ही प्रशासनिक व पुलिस व्यवस्था को गम्भीरता से ले रहे हैं। जगह-जगह झुण्ड बनाकर लोग बिना मतलब की बातें कर रहे हैं जबकि लॉक डाउन का मतलब ही यही है कि एक साथ लोग न बैठें। फिलहाल ऐसे में जहां लॉक डाउन का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है, वहीं एक साथ काफी लोगों के बैठने से कोरोना वायरस के बढ़ने का भी बल सम्भावना बढ़ा रहे हैं।


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