मोबाइल ऐप के माध्यम से होगा सातवीं आर्थिक गणना का कार्य
बहराइच 15 दिसम्बर। सातवीं आर्थिक गणना के कार्य को कुशलतापूर्वक सम्पन्न कराने के उद्देश्य से गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने नामित सी.एस.सी. के जिला प्रबन्धक तथा स्टेट प्रोजेक्ट को निर्देश दिया है कि आर्थिक गणना कार्य एक महत्वपूर्ण सर्वेक्षण कार्य है। इसलिए प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों केे चयन में कार्य क्षमता एवं दक्षता का विशेष ध्यान दिया जाय। सर्वेक्षण कार्य में योग्य एवं कुशल प्रगणकों/पर्यवेक्षकों को ही लगाया जाय जिससे गणना कार्य गुणवत्तापूर्ण सम्पन्न हो सके।
विगत दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला प्रबन्धक अवनीश पाण्डेय ने बताया कि आर्थिक गणना कराये जाने हेतु जनपद में कुल 1054 ग्रामीण क्षेत्र एवं 19 नगरीय क्षेत्र बनाये गये हैं। लक्ष्य 1054 पर्यवेक्षकों के सापेक्ष 513 तथा 3314 प्रगणकों के सापेक्ष 2009 का चयन चयनित प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण जिला स्तर एवं तहसील/विकास खण्ड स्तर पर करा लिया गया है। जिलाधिकारी ने प्रगणकों/पर्यवेक्षकों के चयन की प्रगति असंतोषजनक पाये जाने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि तत्काल शत-प्रतिशत चयन कर प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण करा लिया जाये।
बैठक में उपस्थित जिला प्रबन्धक (सी.एस.सी.) निशांत कुमार सिंह द्वारा आर्थिक गणना सर्वेक्षण कार्य के सम्बन्ध में प्रगणकों/पर्यवेक्षकों के चयन, प्रशिक्षण, क्षेत्रों की मैपिंग के सम्बन्ध में पूछे जाने पर समुचित उत्तर देने में असमर्थ रहे। जिसके लिए जिला प्रबन्धक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। आर्थिक गणना के सम्बन्ध में सीएससी के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि जनपद के समस्त क्षेत्रों की मैपिंग ठीक ढंग से कराया जाना सुनिश्चित किया जाय जिससे कोई भी क्षेत्र सर्वेक्षण से न छूटे। सर्वेक्षण कार्य में लगाये जाने वाले प्रगणकों के सर्वेक्षण क्षेत्रों का स्पष्ट विभाजन भी सुनिश्चित किया जाय।